कथावत्थु वाक्य
उच्चारण: [ kethaavetthu ]
उदाहरण वाक्य
- कथावत्थु और उसकी अट्ठकथा में इस निकाय के बारे में पुष्कल चर्चा उपलब्ध होती है।
- परंपरा के अनुसार कथावत्थु की रचना मोग्गलिपुत्त तिस्स ने अशोककालीन तृतीय बौद्ध संगीति के अवसर पर की थी।
- कथावत्थु नामक बौद्ध ग्रंथ में महावंश में वर्णित उपर्युक्त अंधक निकायों और वैपुल्यवादियों की आलोचना की गई है।
- कथावत्थु में 23 अध्यायों के भीतर 216 प्रश्नोत्तर हैं जिनमें विरोधी संप्रदायों के सिद्धांतों का खंडन किया गया है।
- कथावत्थु में 23 अध्यायों के भीतर 216 प्रश्नोत्तर हैं जिनमें विरोधी संप्रदायों के सिद्धांतों का खंडन किया गया है।
- कथावत्थु में 23 अध्यायों के भीतर 216 प्रश्नोत्तर हैं जिनमें विरोधी संप्रदायों के सिद्धांतों का खंडन किया गया है।
- कथावत्थु नामक बौद्ध ग्रंथ में जिन अशेककालीन आठ बौद्ध निकायों का खंडन किया गया है उनमें ये दोनों सम्मिलित हैं।
- इस पिटक में निम्न सात ग्रंथों का समावेश है-(1) धम्म्संगणि (2) विभंग (3) कथावत्थु (4) पुग्गलपञ्ञत्ति (5) धातुकथा (6) यमक और (7) पठ्ठान।
- इस पिटक में निम्न सात ग्रंथों का समावेश है-(1) धम्म्संगणि (2) विभंग (3) कथावत्थु (4) पुग्गलपञ्ञत्ति (5) धातुकथा (6) यमक और (7) पठ्ठान।
- पाँचवें ग्रंथ कथावत्थु की रचना अशोक के गुरु मोग्गलिपुत्त तिस्स ने की, जिसमें उन्होंने संघ के अंतर्गत उत्पन्न हो गई मिथ्या धारणाओं का निराकण किया।
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