कविसमय वाक्य
उच्चारण: [ kevisemy ]
उदाहरण वाक्य
- काव्य में इसका अर्थात कविसमय का उल्लंघन होने
- कोकिलों का नाचना-गाना कविसमय या कविसम्प्रदाय के विरुद्ध है।
- इस कोटि के कविसमय चार वर्गों में बाँटे गए हैं:
- इन अभिप्रायों को कविसमय (साहित्यिक अभिप्राय) की संज्ञा से अभिहित किया जाता है।
- ने कविसमय की परिभाषा इस प्रकार प्रस्तुत की हैं “”अशास्त्रीयमलौकिकं च परम्परायातं यमर्थमुपनिबघ्नन्ति कवय: स कविसमय:।
- चकोर-(साहित्य) परंपराप्राप्त लोकप्रसिद्धि के अनुसार तथा कविसमय को काल्पनिक मान्यताओं के अनुरूप, चकोर चंद्रकिरणों पीकर जीवित रहता है (शाङ्र्गघरपद्धति, १.२३)।
- चकोर-(साहित्य) परंपराप्राप्त लोकप्रसिद्धि के अनुसार तथा कविसमय को काल्पनिक मान्यताओं के अनुरूप, चकोर चंद्रकिरणों पीकर जीवित रहता है (शाङ्र्गघरपद्धति, १.२३)।
- अर्थात अशास्त्रीय (शास्त्र से बहिर्भूत), अलौकिक (लोकव्यवहार से बहिर्भूत), केवल परंपरा प्रचलित जिस अर्थ का कविजन उल्लेख करते हैं, वह कविसमय है।
- कविसमय से तात्पर्य है-कवि समुदाय में प्रचलित मान्यताएँ जो प्राचीन परंपरा के अनुसार प्रयोजनविशेष के लिए काव्य में प्रयुक्त होती आई हैं।
- अंधविश्वास, किंवदंती और काल्पनिक मान्यता से युक्त इस पक्षी की तथाकतित उपर्युक्त विशेषता ने इसे कविसमय तथा रूढ़ उपमान के रूप में प्रसिद्ध कर दिया है।
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