गउडवहो वाक्य
उच्चारण: [ gaudevho ]
उदाहरण वाक्य
- महादृ प्रादृ का तीसरा महाकाव्य वाक्पतिराज कृत गउडवहो हैं।
- ' गउडवहो ' में उन्हें ' विष्णुस्वरूप ' और ' लक्ष्मीपति ' भी कहा गया है।
- वाक्पतिराज का ‘ गउडवहो, और हेमचन्द्र का ‘ कुमारपालचरित ' आदि पाकृत ग्रन्थ भी इस सम्बन्ध में उपादेय होंगे।
- उसका यश गउडवहो और राजतरंगिणी के अतिरिक्त जैन ग्रंथ प्रभावक चरित, प्रबंधकोष और बप्पभट्ट चरित एवं उसके नालंदा के अभिलेख में परिलक्षित होता है।
- आठवीं शंताब्दी में रचित भट्टानारायण के ' वेणीसंहार ' नामक-नाटक में नांदीश्लोक में तथा वाकपति राज द्वारा लिखित प्राकृत महाकाव्य ' गउडवहो ' के मंगलाचरण में कृष्ण की स्तुति उनके राधा और गोपी-प्रेम तथा यशोदा के वात्सल्यभाजन होने की स्पष्ट सूचना देती है।