गुड़मार वाक्य
उच्चारण: [ gaudaar ]
उदाहरण वाक्य
- -गुड़मार की पत्तियाँ पीसकर उसका रस निकालकर पिलाएँ।
- नीम, मेथी, जामुन, गुड़मार इत्यादि मिश्रित नुश्खा भी बताया।
- गुड़मार बूटी जिसे मेषशृंगी भी कहते हैं, मधुमेह में अच्छा कार्य करती है।
- जामुन की गुठली की गिरी ५ तोले, सोंठ ५ तोले, गुड़मार बूटी १ ० तोले ।
- मधुमेह में इसकी पत्तियों का चूर्ण जामुन की गुठली के चूर्ण व गुड़मार के साथ दिया जाना लाभदायक है।
- इसमें शिलाजीत, कारबेल्लक, सप्तचक्रा, बिम्बी, विजयसार की लकड़ी, मेथी दाना, गुड़मार बूटी आदि औषधियों का प्रयोग किया जाता है।
- -गुड़मार बूटी और जामुन की गुठगियों को बराबर मात्रा में कूट-पीसकर चूर्ण बना लें और 3-3 ग्राम चूर्ण सुबह-शाम जल के साथ सेवन करें।
- गुड़मार 2 ग्राम की मात्रा में गुड़मार के पत्तों का रस शहद में मिलाकर कुछ दिनों तक पीने से अण्डवृद्धि यानी अण्डकोष का बढ़ना समाप्त हो जाता है।
- गुड़मार 2 ग्राम की मात्रा में गुड़मार के पत्तों का रस शहद में मिलाकर कुछ दिनों तक पीने से अण्डवृद्धि यानी अण्डकोष का बढ़ना समाप्त हो जाता है।
- मुख्य फसलें आँवला, बेल, अश्वगंधा, इसबगोल, शतावर, चंद्रशूर, कालमेघ, कियोकंद, सफेद मूसली, बच, सर्पगंधा, गुड़मार, नागरमोथा, गिलोय।
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