गौमुखासन वाक्य
उच्चारण: [ gaaumukhaasen ]
उदाहरण वाक्य
- गौमुखासन तीन शब्दों की संधि से बना है.
- लेकिन हृदय रोगों से बचने के लिए श्वासन, नाड़ी शोधन बिना कुंभक गौमुखासन सबसे बढ़िया आसन हैं।
- गौमुख का अर्थ होता है गाय का मुख अर्थात अपने शरीर को गौमुख के समान बना लेने के कारण ही इस आसन को गौमुखासन कहा जाता है।
- जोडों के दर्द के लिए: इसके अतिरिक्त मेरूदंड संचालन के आसन-भुजंगासन, शलभासन, चक्रासन, धनुरासन, गौमुखासन, भस्रिका, अनुलोम-विलोम, सूर्य भेदी प्राणायाम कर सकते हैं।
- यह कमोबेश अकल्पनीय था कि जन्म प्रमाण पत्र के अनुसार एक अप्रैल 1930 को (जबकि उनके अनुसार प्रमाण पत्रों में तिथि एक वर्ष घटाई गई थी) पैदा हुए श्री साह बज्रासन, गौमुखासन, कंचासन, विकर्ण धनुरासन, एकपाद शुप्त शीर्षासन, उत्तिष्ठ कूर्मासन, ऊंकारासन, योग दंडासन व पश्चिमोत्तानासन सरीखे बेहद कठिन आसनों का सामान्यतया शीतकाल में पहने जाने वाले अधिक वस्त्रों में भी बेहद आसानी से प्रदर्शन कर रहे थे।