चांगेरी वाक्य
उच्चारण: [ chaanegaeri ]
उदाहरण वाक्य
- चांगेरी को अम्लपत्रिका भी कहते हैं.
- चौथिया ज्वर में चांगेरी के 1 हजार पत्तों को पीसकर 16 गुने पानी में डालकर उबालना चाहिए।
- चांगेरी के साग को पीसकर लेप बना लें और उसे पेट के दर्द वाले हिस्से में बांधें।
- बवासीर में चांगेरी के पंचांग को घी में सेंककर शाक बनाकर दही में सेवन करने से बवासीर नष्ट हो जाता है।
- गर्भाशय बाहर आता हो तो इसके पत्ते + चांगेरी घास (खट्टा मीठा) + फिटकरी उबालकर, उस पानी से धोएं.
- मांसपेशियां ढीली पद गई हों, या झुर्रियाँ खत्म करनी हों तो चांगेरी के पत्तों के रस में सफ़ेद चन्दन घिसकर नित्यप्रति नियमित रूप से लगायें.
- चांगेरी निशोथ, दन्ती, पलाश, चित्रक इन सभी की ताजी पत्तियों को समान मात्रा में लेकर घी में भूनकर, इस शाक को दही में मिलाकर सूखी बवासीर में देना चाहिए।
- दांतों को मजबूत करना है तो, चांगेरी + लौंग + हल्दी + सेंधा नमक + फिटकरी ; इन सबको मिलाकर महीन पावडर करें और नित्यप्रति मंजन करें.
- अगर Uterus या anus बाहर निकलने की समस्या हो तो, 5-10 ग्राम चांगेरी के पत्ते के रस को छानकर उसमें फिटकरी मिलाकर रुई से अच्छी तरह धोएं.
- त्वचा तंदरुस्त हो जायेगी. अगर नशे की लत हो ; चाहे भांग, अफीम की या कोई और भी क्यों न हो ; और उसे छुड़ाना चाहते हैं तो, चांगेरी के पत्तों का रस प्रतिदिन थोड़ी मात्रा में पिलायें.
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