चैतसिक वाक्य
उच्चारण: [ chaitesik ]
उदाहरण वाक्य
- सम्प्रयुक्तकहेतु-चित्त और चैतसिक सम्प्रयुक्तक हेतु होते हैं।
- विकल्पों की परंपरा समाप्त करने के लिए चैतसिक निर्मलता का होना जरूरी है।
- चित्त के बिना चैतसिक अपने आलम्बनों को ग्रहण करने में असमर्थ रहते हैं।
- इसके अतिरिक्त चैतसिक ' शील ' संवरशील और अव्यतिक्रम शील-ये तीन शील और होते हैं-
- जब कोई चित्त उत्पन्न होता है, तब स्पर्श वेदना आदि चैतसिक भी उत्पन्न होते हैं।
- इस प्रकार विज्ञानवादमेंइनआठ विज्ञानों तथा इनसे संबंधित चैतसिक धर्मों को ही वास्तविक बतायागयाहैशेष धर्म उपचार आरोपमात्र हैं.
- इसके अन्तर्गत साधक अपनी प्रज्ञा जगाकर अपने समूचे कायिक तथा चैतसिक स्कंधों का भेदन कर पाता है।
- यहाँ ' चित्त ' आधार है तथा चैतसिक उसमें होने वाले आधेय हैं-ऐसा नहीं समझना चाहिए।
- इसके अन्तर्गत साधक अपनी प्रज्ञा जगाकर अपने समूचे कायिक तथा चैतसिक स्कंधों का भेदन कर पाता है ।
- चित्त, चैतसिक और रूप धर्मों का यथार्थ ज्ञान हो जाने पर निर्वाण का साक्षात्कार किया जा सकता है।
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