दिक्-काल वाक्य
उच्चारण: [ dik-kaal ]
उदाहरण वाक्य
- 2 मनुष्यों को दिक्-काल में बदलाव क्यों नहीं प्रतीत होता
- मनुष्यों को दिक्-काल में बदलाव क्यों नहीं प्रतीत होता [संपादित करें]
- अत: सम्पूर्ण जगत् दिक्-काल के चतु: आयामी क्षेत्र से उद्भूत है।
- जैसे कि थॉमस अग्रगमन, त्रिविम दिक्-काल, चतुर्विम दिक्-काल आदि ।
- जैसे कि थॉमस अग्रगमन, त्रिविम दिक्-काल, चतुर्विम दिक्-काल आदि ।
- यहीं से विस्तारित होते हुए गुरुत्व ने दिक्-काल का मौजूदा रूप दिया।
- ब्रह्मांड सीमित है, तदनुसार दिक्-काल की भी एक सीमा है ;
- दिक्-काल संबंधी चेतना और (4) वस्तुओं अथवा संक्रियाओं की एकरूपता का बोध.
- दूसरी दृष्टि चीजों और परिघटनाओं को उनके दिक्-काल सापेक्ष परिपेक्ष्य में देखती है...
- गति, दिक्-काल, पदार्थ की अवधारणाएँ भौतिक यथार्थ की विशिष्ट अवधारणाएँ हैं।
अधिक: आगे