नकेनवाद वाक्य
उच्चारण: [ nekenevaad ]
उदाहरण वाक्य
- “ नकेनवाद ” के जनक: नलिन विलोचन शर्मा
- जहां नकेनवाद अपने संस्थापकों के साथ ही मर गया।
- मेरे मए पोस्ट नकेनवाद पर आप सादर आमंत्रित हैं ।
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- आधुनिक हिन्दी कविता में ' नकेनवाद ' के जनक नलिन विलोचन शर्मा का जन्म पटना में हुआ ।
- प्रयोगवाद के भीतर ही ' प्रपद्यवाद ' या ' नकेनवाद ' भी पनपा लेकिन वह प्रयोगवाद की एक छोटी शाखा-मात्र बन कर रह गया।
- प्रयोगवाद के समानांतर बिहार के तान कवियों नलिन विलोचन शर्मा, केशरी कुमार, नरेश कुमार ये नकेनवाद या प्रपद्यवाद को सच्चा प्रयोगवाद सिद्ध करते हुए अज्ञेय आदि कवियों को प्रयोगशील सिद्ध किया ।
- https: //www.facebook.com/photo.php?fbid=562125730464834&set=a.267217509955659.73800.100000022358712&type=1 हिंदी साहित्य में नकेनवाद की त्रयी (नलिनविलोचन शर्मा, केसरी कुमार माथुर और नरेश मेहता) के महत्त्वपूर्ण कवि आचार्य नलिनविलोचन शर्मा का जन्म 16 फ़रवरी सन 1916 को पटना में हुआ था।
- प्रगतिवाद, प्रयोगवाद, नकेनवाद, नयी कविता, मुक्तिबोध, नेमिच्रंद्र जैन, गिरिजा कुमार माथुर, अज्ञेय, नागार्जुन, त्रिलोचन आदि पर उनकी आलोचनात्मक टिप्पणियां, निबंध और संदर्भ इसकी पुष्टि करते हैं।
- उन्होंने हिंदी साहित्य को छायावाद की ऐन्द्रियजालिक कविताओं तथा साम्यवाद की पोस्टरनुमा कविताओं से अलग प्रयोगवाद की पूर्वपीठिका के रूप में प्रपद्यवाद या नकेनवाद की अवधारणा दी, जिससे प्रभावित होकर अज्ञेय ने कालान्तर में प्रयोगवाद का तारसप्तकीय आन्दोलन खडा किया।
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