नन्ददास वाक्य
उच्चारण: [ nendedaas ]
उदाहरण वाक्य
- सूरदास, नन्ददास, कृष्णदास आदि स्वयं गायक थे।
- इनमें नन्ददास जी से गोस्वामी तुलसीदास भी मथुरा मिलने आये।
- रचनाकार-भक्तिकालीन-सूरदास, नन्ददास आदि।
- इसके बाद उनके गुरु भाई नन्ददास ने इसकी एक प्रति उतारी।
- उधर उत्तर भारत में, नन्ददास वगैरह कृष्णभक्तिवादी सन्तों की निर्गुण मत-विरोधी भावना स्पष्ट ही है।
- नन्ददास द्वारा ‘रसमंजरी ' जैसा नायिका-भेद संबंधी ग्रंथ लिखा जाना तथा तुलसी द्वारा “धुनि अवरेब कवित गुन जाती मीन मनोहर ते बहु भांति”
- व्यक्त्गित प्रयासों से हिन्दी साहित्य को मज़बूती प्रदान करने वाले कवियों में महत्त्वपूर्ण थे-नन्ददास, विट्ठलदास, परमानन्द दास, कुम्भन दास आदि।
- वह देखो, हिन्दी कविता-गगन के सूर्य सूरदास, कण्ठ के जादूगर और संगीत के स्वामी हरिदास, मर्मी कवि नन्ददास और.... कितने नाम गिनाये जायं।
- अष्टछाप के महासंगीतज्ञ कवि सूरदास, नन्ददास, परमानन्ददास जी आदि भी इसी काल में प्रसिद्ध कीर्तनकार, कवि और गायक हुए, जिनके कीर्तन बल्लभकुल के मन्दिरों में गाये जाते हैं।
- अष्टछाप के महासंगीतज्ञ कवि सूरदास, नन्ददास, परमानन्ददास जी आदि भी इसी काल में प्रसिद्ध कीर्तनकार, कवि और गायक हुए, जिनके कीर्तन बल्लभकुल के मन्दिरों में गाये जाते हैं।
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