पार्वतीमंगल वाक्य
उच्चारण: [ paarevtimengal ]
उदाहरण वाक्य
- ‘ पार्वतीमंगल ' की तुलना कालिदास की कुमारसंभव से करते हैं।
- ठेठ अवधी की जो मिठास हमें जायसी के पद्मावत में मिलती है वही जानकीमंगल, पार्वतीमंगल, बरवैरामायण और रामललानहछू में हम पाते हैं।
- दोहावली, कवित्तरामायण, गीतावली, रामचरितमानस, विनयपत्रिका बड़े ग्रंथ हैं तथा रामललानहछू, पार्वतीमंगल, जानकीमंगल, बरवैरामायण, वैराग्यसंदीपनी, कृष्णगीतावली और रामाज्ञाप्रश्नावली छोटे।
- आप के लिखे बारह ग्रंथ अत्यंत प्रसिद्ध हैं-दोहावली, कवित्तरामायण, गीतावली, रामचरित मानस, रामलला नहछू, पार्वतीमंगल, जानकी मंगल, बरवै रामायण, रामाज्ञा, विन पत्रिका, वैराग्य संदीपनी, कृष्ण गीतावली।
- जो बराबर सोरों की पछाहीं बोली (ब्रज) बोलता आया होगा वह ' जानकीमंगल ' और ' पार्वतीमंगल ' की-सी ठेठ अवधी लिखेगा, ' मानस ' ऐसे महाकाव्य की रचना अवधी में करेगा और व्याकरण के ऐसे देशबद्ध प्रयोग करेगा जैसे ऊपर दिखाए गए हैं?