प्रस्थानत्रयी वाक्य
उच्चारण: [ persethaanetreyi ]
उदाहरण वाक्य
- प्रस्थानत्रयी पर भाष्य: प्रस्थान शब्द का अर्थ होता है गमन।
- श्रीमद्भगवद्गीता, ब्रह्मसूत्र तथा उपनिषदों को मिलाकर प्रस्थानत्रयी कहा जाता है ।
- और प्रस्थानत्रयी (गीता) भी वानप्रस्थाश्रम में आने पर लोग खोलते हैं!
- उन्होने रामानंद संप्रदाय को भी प्रस्थानत्रयी पर अपनी द्वितीय संस्कृत टीका दी।
- और प्रस्थानत्रयी (गीता) भी वानप्रस्थाश्रम में आने पर लोग खोलते हैं!:)
- ' आनन्दभाष्य' नाम से जगदगुरु रामानन्दाचार्य जी ने प्रस्थानत्रयी का भाष्य लिखा है।
- रामभद्राचार्य ने प्रस्थानत्रयी पर श्रीराघवकृपाभाष्यम् उपाधियुक्त संस्कृत टीकाएं राग-बद्ध की थी।
- आधुनिक युग में डॉ. राधाकृष्णन ने भी प्रस्थानत्रयी पर टीका लिखी है।
- प्रस्थानत्रयी के आधार पर गोस्वामी तुलसीदास ने भी मानस में ब्रह्मव्याख्या की है।
- रामभद्राचार्य की प्रस्थानत्रयी पर संस्कृत टीका लगभग ५०० वर्षों में पहेली लिखित थी।
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