ब्राह्मणग्रन्थ वाक्य
उच्चारण: [ beraahemnegarenth ]
उदाहरण वाक्य
- षडविंश-ब्राह्मण कौथुमशाखीय सामवेद का द्वितीय महत्त्वपूर्ण ब्राह्मणग्रन्थ है।
- प्रत्येक वेद के साथ अपने ब्राह्मणग्रन्थ जुडे हैं।
- अथर्ववेद का एकमात्र उपलब्ध ब्राह्मणग्रन्थ गोपथ-ब्राह्मण है।
- शतपथ ब्राह्मण यजुर्वेद का ब्राह्मणग्रन्थ है।
- इस बिन्दु पर ब्राह्मणग्रन्थ उसे आश्वस्त कर देते हैं कि यह वस्तुत:
- ब्राह्मणग्रन्थ वेदकालीन गद्य में ग्रन्थ हैं जो वैदिक कर्मकाण्ड की व्याख्या करते हैं।
- संहितापरक विवेचन को ' आरण्यक ' एवं संहितापरक भाष्य को ' ब्राह्मणग्रन्थ ' कहते हैं।
- इन्हीं के माध्यम से ब्राह्मणग्रन्थ कर्मानुष्ठानों में प्रेरित करते हैं, जैसा कि आपस्तम्ब का यज्ञपरिभाषा[15] में कथन है-'कर्मचोदना ब्राह्मणानि'।
- ओङ्कार, महाव्याहृतियों, गायत्री (सावित्री) मन्त्र और मानसिक संयम पर इस ब्राह्मणग्रन्थ में विशेष बल दिया गया है।
- इन्हीं के आधार पर कुछ विद्वानों ने मूलवेद के साम्य पर किसी ' मूल ब्राह्मणग्रन्थ ' का विचार भी प्रकट किया है।
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