मन्त्रिकोपनिषद वाक्य
उच्चारण: [ menterikopenised ]
उदाहरण वाक्य
- यही इस मन्त्रिकोपनिषद का सार तत्व है.
- मन्त्रिकोपनिषद महत्व | importance of Mantrika Upanishad
- मन्त्रिकोपनिषद शुक्ल यजुर्वेदीय शाखा के अन्तर्गत एक उपनिषद है।
- मन्त्रिकोपनिषद शुक्ल यजुर्वेद शाखा से सम्बन्धित उपनिषद है.
- मन्त्रिकोपनिषद में कहा गया है ब्रह्म ज्ञान बोध के लिए मोह का त्याग अतिआवश्यक है, प्रभु द्वारा ही माया का प्रादुर्भाव हुआ है और उन्हीं की साधना ध्यान द्वारा इस मोह को त्यागा जा सकता है, संन्यासी अपने योगक्षेम द्वारा आत्मा को जान पाता है उसे इस ज्ञान मार्ग से ब्रह्म की प्राप्ति होती है परंतु अब भी कुछ बाकी रह जाता है इस शरीर का मोह एवं अहंकार दूर होने पर ही उसे ब्रह्म का सच्चा अनुभव होता है.