रतिमंजरी वाक्य
उच्चारण: [ retimenjeri ]
उदाहरण वाक्य
- पंचशक्य स्मरप्रदीप रतिमंजरी रसमंजरी अनंग रंग
- गीतगोविन्द की लेखनी से रतिमंजरी सा जबन्य काव्य निकले यहसम्भव नहीं हैः.
- जयदेव (१२०० ईस्वी के आसपास) संस्कृत के महाकवि हैं जिन्होंने गीत गोविंद और रतिमंजरी रचित किए थे।
- जयदेव (१२०० ईस्वी के आसपास) संस्कृत के महाकवि हैं जिन्होंने गीत गोविन्द और रतिमंजरी रचित किए थे।
- (१०५) रतिमंजरी जयदेव कृत:-अपने लघुकाय रूप में निर्मित यह ग्रंथ आलोचकों में पर्याप्त लोकप्रिय रहा है।
- (ड) रतिमंजरी जयदेव कृत:-अपने लघुकाय रूप में निर्मित यह ग्रंथ आलोचकों में पर्याप्त लोकप्रिय रहा है।
- (ड) रतिमंजरी जयदेव कृत:-अपने लघुकाय रूप में निर्मित यह ग्रंथ आलोचकों में पर्याप्त लोकप्रिय रहा है।
- दूसरी ओर गीत-गोविन्द के रचयिता जयदेव ने अपनी रचना ‘ रतिमंजरी ' में कामसूत्र का सार-संक्षेप प्रस्तुत किया है.
- जयदेव कृत रतिमंजरी:-६० श्लोकों में निबद्ध अपने लघुकाय रूप में निर्मित यह ग्रंथ आलोचकों में पर्याप्त लोकप्रिय रहा है।
- जयदेव (१ २ ०० ईस्वी के आसपास) संस्कृत के महाकवि हैं जिन्होंने गीत गोविन्द और रतिमंजरी रचित किए थे।
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