रत्नकीर्ति वाक्य
उच्चारण: [ retnekireti ]
उदाहरण वाक्य
- रत्नकीर्ति ने अन्य के भेद से युक्त शब्दार्थ माना।
- गिनाने को उदयनाचार्य, रत्नकीर्ति, जयंत भट्ट, गंगेश और शाक्य श्रीभद्र के नाम गिनाए जा सकते हैं।
- बड़वानी रिसायत के गजेटियर में लिखा है कि सन् 1452 में महमूद खिलजी के समय मंडलाचार्य श्री रत्नकीर्ति द्वारा दस जिन-मंदिरों तथा सूत्र श्लाका के निर्माण के साथ इसका जीर्णोद्धार किया गया था, तभी पौषसुदी 15 माह जनवरी में जैन मेले का आयोजन हुआ था।
- पहली सदी से लेकर हजारहवीं सदी के बीच अश्वघोष, नागार्जुन, आर्यदेव, मैत्रेय, असंग, वसुबन्धु, दिग्नाग, धर्मपाल, शीलभद्र, धर्मकीर्ति, देवेन्द्रबोधि, शाक्यबोधि, शान्त रक्षित, कमलशील, कल्याणरक्षित, धर्मोत्तराचार्य, मुक्तकुंभ, रत्नकीर्ति, शंकरानंद, शुभकार गुप्त तथा मोक्षकार गुप्त आदि अनेक बौद्ध दार्शनिक पैदा हुए।