रस-मलाई वाक्य
उच्चारण: [ res-melaae ]
उदाहरण वाक्य
- ज़ायकेदार मलाई गिलौरी (पान), बादाम हलवा, रस-मलाई और चटपटी चाट
- ' खीर-पकवान ' या ' रस-मलाई ' जॆसी भारत स्वीट-डिश ही खायें।
- अपने पाठकों को हमेशा रस-मलाई ही परोसी जाए, इसे वे जरूरी नहीं मानते।
- मैं हाए-हाए करता झरने लगा और माया मेरे लंड की रस-मलाई को पीने लगी.
- मैं ठंडा होने वाला था, वो कसमसाती ही रह गई और मैंने अपना सारा रस-मलाई उनके मुँह में डाल दिया।
- रात में मैं मेरी मां के कहने से तो रस-मलाई लेने नही आता! तिवारीसाहब के विचार दशहरे पर आज के सन्दर्भ में आज सुबह सुबह पन्डताईन ने सब्जी मंडी की लिस्ट पकडा दी! दशहरे की बड़ी रौनक है!
- सेठ जी-ताऊ जब रामपुर वाले शाह जी के बेटे की बारात में गए थे वहां क्या मिठाईयां बनी थी रस-गुल्ले, गाजर व दाल का हलवा वाह खा कर मजा आ गया और ताऊ श्यामगढ़ वाले शाह जी के यहाँ तो खाते-खाते पेट भर गया लेकिन दिल नही भरा क्या रस-मलाई थी इमरती का तो कोई जबाब ही नही था |
- -बड़े बाबू घर से छूटे तो कहीं अटकते घर-दफ्तर तक पूरा दिन ही रहते बेचैन बड़े बाबू कभी कहीं तो कभी किधर हरेक कतार में लगे मिल जाया करते बड़े बाबू यारों संग बेचारे पल-पल में दौड़े इडली-सांभर कभी चाय-पकौड़े वे क्या खाएं क्या छोड़े सीट पर नज़र आए ना आए वे चश्मा हरदम हाजरी देता है बिन स्याही ज्यो पेन का होना बिना बाबू कुछ भी ना होना बगैर बाबू दिखे ये नमूना साहेब सूनें दफ्तर भी सूना रस-मलाई, बरफी,मक्खन-टिकिया, पान-चूना क्या नहीं है बड़े बाबू ।
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