रसमीमांसा वाक्य
उच्चारण: [ resmimaanesaa ]
उदाहरण वाक्य
- औचित्य के आधार पर ही रसमीमांसा का प्रासाद खड़ा होता है।
- औचित्य के आधार पर ही रसमीमांसा का प्रासाद खड़ा होता है।
- आलोचना साहित्य: तुलसी दास,जायसी ग्रंथावली की भूमिका,सूरदास,चिंतामणि (तीन भाग),हिन्दी साहित्य का इतिहास और रसमीमांसा ।
- आलोचना साहित्य: तुलसी दास, जायसी ग्रंथावली की भूमिका, सूरदास, चिंतामणि (तीन भाग), हिन्दी साहित्य का इतिहास और रसमीमांसा ।
- इनके अतिरिक्त भरतमुनि के प्रधान शिष्य मातंग, दत्तिल एवं कोहल नाट्यशास्त्र के आधार पर संगीतपरक स्वतंत्र ग्रंथ, सदाशिव और रंदिकेश्वर ने नृत्य पर तथा भट्ट तौत प्रभृति ने रसमीमांसा पर रचे हैं।
- इनके अतिरिक्त भरतमुनि के प्रधान शिष्य मातंग, दत्तिल एवं कोहल नाट्यशास्त्र के आधार पर संगीतपरक स्वतंत्र ग्रंथ, सदाशिव और रंदिकेश्वर ने नृत्य पर तथा भट्ट तौत प्रभृति ने रसमीमांसा पर रचे हैं।
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