शरीररचना-विज्ञान वाक्य
उच्चारण: [ sherirerchenaa-vijenyaan ]
उदाहरण वाक्य
- से लिया गया श्रेणियाँ: शरीररचना-विज्ञान आधारमौखिक सौन्दर्य दिक्चालन सूची
- शरीररचना-विज्ञान आधारशरीर के तरल पदार्थ दिक्चालन सूची
- से लिया गया श्रेणियाँ: शरीररचना-विज्ञान आधारमानव शरीर दिक्चालन सूची
- शास्त्र, शरीरविज्ञान, शरीररचना-विज्ञान आदि, परिस्थितिकी और
- यह शरीररचना-विज्ञान सम्बंधित लेख अपनी प्रारम्भिक अवस्था में है, यानि कि एक आधार है।
- इन्होंने फ़िर डॉ. लक्ष्मीपति आयुर्वेदिक कॉलेज, मद्रास में शरीररचना-विज्ञान के व्याख्याता के रूप में एक नौकरी ली।
- शारीरिकी, शारीर या शरीररचना-विज्ञान (अंग्रेजी:Anatomy), जीव विज्ञान और आयुर्विज्ञान की एक शाखा है जिसके अंतर्गत किसी जीवित (चल या अचल) वस्तु का विच्छेदन कर, उसके अंग प्रत्यंग की रचना का अध्ययन किया जाता है।
- 18वीं शताब्दी से शल्यचिकित्सोपयोगी शास्त्रों यथा शरीररचना-विज्ञान, शरीर-क्रिया-विज्ञान एवं क्रियात्मक (operative) शल्यचिकित्सा आदि के विकास के साथ साथ शल्यचिकित्सा में भी तीव्रतापूर्वक विकास, सुधार एवं उन्नति होने लगी, जिससे कायचिकित्सा की भाँति समाज में शल्यचिकित्सा के लिए भी समान बढ़ने लगा।
- शारीरिकी, शारीर या शरीररचना-विज्ञान (अंग्रेजी: Anatomy), जीव विज्ञान और आयुर्विज्ञान की एक शाखा है जिसके अंतर्गत किसी जीवित (चल या अचल) वस्तु का विच्छेदन कर, उसके अंग प्रत्यंग की रचना का अध्ययन किया जाता है।
- 18 वीं शताब्दी से शल्यचिकित्सोपयोगी शास्त्रों यथा शरीररचना-विज्ञान, शरीर-क्रिया-विज्ञान एवं क्रियात्मक (operative) शल्यचिकित्सा आदि के विकास के साथ साथ शल्यचिकित्सा में भी तीव्रतापूर्वक विकास, सुधार एवं उन्नति होने लगी, जिससे कायचिकित्सा की भाँति समाज में शल्यचिकित्सा के लिए भी समान बढ़ने लगा।
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