शिवानन्दजी वाक्य
उच्चारण: [ shivaanendeji ]
उदाहरण वाक्य
- गीता मंदिर, अमदावाद के श्री शिवानन्दजी सरस्वती ने 'प्रेस की ताकत' के
- वह अभि भि उनका नाम शिवानन्दजी का प्रयोग कर सकते हैं...
- स्वामी शिवानन्दजी कहते हैं-' ब्राह्ममुहूर्त में गायत्री का जप करने से चित्त
- स्वामी शिवानन्दजी की पुस्तक-मन-में पढ़ा कि वृत्तियाँ पांच तरह की होती हैं-१-मनोवृत्ति = आमलोगों में मनोवृत्ति का प्रभाव ज्यादा रहता है.
- गीता मंदिर, अमदावाद के श्री शिवानन्दजी सरस्वती ने 'प्रेस की ताकत' के पत्रकार को एक विशेष भेंट में कहा कि 'ये दंगा मचा रहे हैं, किसको जला रहे हैं? बस को जला रहे हैं।
- स्वामी शिवानन्दजी कहते ब्रह्ममुहूर्त में गायत्री का जप करने से चित्त शुद्ध होता है, हृदय में निर्मलता आती है, शरीर नीरोग रहता है, स्वभाव में नम्रता आती है, बुद्धि सूक्ष्म होने से दूरदर्शिता बढ़ती है और स्मरण शक्ति का विकास होता है।
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