संयति वाक्य
उच्चारण: [ senyeti ]
उदाहरण वाक्य
- वासांसि जीर्णानि यथा विहाय नवानी गृह्णाति नरो पराणी तथाः शरीराणि विहाय जिर्नान्य नियानी संयति नवानी देहि!!!
- गृहीत्वा एतानि संयति वायु: गंधाम इव आशयात ॥ शरीर त्याग कर आत्मा जब गमन करता है तब.....
- सब-कुछ जाना-पहचाना था हुआ कभी न गया हो, फिर भी सब-कुछ की संयति थी, संहति थी, स्वीकृति थी।
- संयति पुरुष, चौबीस तीर्थंकरों को क्या कहते थे? अतीत (भूतपूर्व) तीर्थंकर, अर्थात् जो भूतकाल में हो गए हैं, वे।
- रामस्वरूप जून ने अपनी जाट इतिहास की पुस्तक में वीरभद्र की वंशावली दी है जिसके अनुसार पुरु की वंशावली में संयति के पुत्र वीरभद्र के वंशज पौनभद्र से पूनिया, कल्हण भद्र से कल्हण, दहीभद्र से दहिया, जखभद्र से जाखड, ब्रह्मभद्र से बमरोलिया आदि जाट गोत्रों की शाखायें चली.
- रामस्वरूप जून ने अपनी जाट इतिहास की पुस्तक में वीरभद्र की वंशावली दी है जिसके अनुसार पुरु की वंशावली में संयति के पुत्र वीरभद्र के वंशज पौनभद्र से पूनिया, कल्हण भद्र से कल्हण, दहीभद्र से दहिया, जखभद्र से जाखड, ब्रह्मभद्र से बमरोलिया आदि जाट गोत्रों की शाखायें चली.
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