सनगाड वाक्य
उच्चारण: [ sengaaad ]
उदाहरण वाक्य
- सनगाड मे महर लोग ही केवल रहते है!
- भगवान् नौलिंग जी सारे देवी देवताओ का आभार व्यक्त करते है और फिर सारे देवता सनगाड से विदा होत्ते है!
- तब यह आदमी जंगल मे दौड़ते-२ सनगाड कि तरह दौड़ लगता है और नौलिंग जी से रक्षा कि गुहार लगता है!
- यह सुनकर नौलिंग जी बहुत गुस्से मे आ जाता है और वे सनगाड से ही मंत्र के द्वारा भिभूति फैकते है और वह आदमी मे अपार शक्ति आ जाती है!
- कहा जाता है कि भनार (जो कि बजैण जी का धाम है) और सनगाड (नौलिंग जी का धाम) ये मन्दिरे शिखर (जो कि मूल नारायण भगवान् का धाम है) से बराबर कि दूरी पर है!
- जैसा की नौलिंग जी ने खीम सिह महर से आकाशवाणी से कहाँ था की आप लोग मिलकर मेरा मन्दिर बनाओ और साथ यह भी वचन दिया था की इस गाव मे केवल महर लोग जी निवास करंगे! सनगाड से ऊपर बास्ती गाव है जहाँ पर भी केवल महर लोग ही रहते है!
- एक दिन सनगाड गाव के भीम सिह महर इस स्थान पर फावड़ा से कुछ खुदाई कर रहा था तो जमीन से एक धार दूध की आने लगी और वही जमीन पर खून बहने लगा! यह देखर भीम सिह महर डर जाता है तब भगवान् नौलिंग जी आकाशवाणी करते है और कहते है कि भीम सिह महर डरो मत इसमे तुम्हारी कोई गलती नही है यो समझ लो अब वहाँ पर मेरा अवतार हो चुका है!
- इस प्रकार से शिखर, भनार एव सनगाड और अन्य इलाको मे राक्षसों का अत्याचार अब खत्म हो चुका था! परन्तु नाकुरी पट्टी के मोहरी गाव मे ' दौ नारायण ” का आतंक एव अत्याचार अभी भी बरकरार था! यह राक्षस ने बारी लगाई थे की वह गाव से हर दिन एक-२ आदमी को खायेगा! एक दिन मूल नारायण जी का भक्त की बारी इस राक्षस के शिकार बनने के लिए आयी तो वब मूल नारायण भगवान् एव नौलिंग जी के पास अपने जान की रक्षा के लिए भागा!
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