सरण्यू वाक्य
उच्चारण: [ serneyu ]
उदाहरण वाक्य
- टर्निंग पॉइंट | यम व यमी विवस्वान सूर्य एवं सरण्यू के जुड़वां पुत्र-पुत्री थे | उस काल में आचरण बंधन नियम नहीं थे...
- इसी प्रकार इडा, यमी, भारती, उर्वशी, गौरी, सरण्यू शची, पृथिवी आदि देवियां भी वेदों में वर्णित हैं, ये सारी देवियां भी नारी अर्थ को प्रकट करती हैं।
- ऋग्वेद में पृथ्वी, रात्रि, वाक्, सरस्वती, पुरंध्रि, धिष्णा, इडा, वृहद्विवा, राका, सिनीवाली, पृश्नि, सरण्यू, इन्द्राणी, वरुणानी, अग्नायी, रुद्राणी, अश्विनी और श्रद्धा आदि देवियों का उल्लेख है।
- (भारतीय विवाह संस्था का इतिहास-वि. का. राजवाडे, पृष्ठ ९ ७) इसी पुस्तक के पृष्ठ ७ ८-७ ९ पर पिता-पुत्री के सम्बन्धों पर चर्चा करते हुए वशिष्ठ प्रजापति की कन्या शतरूपा, मनु की कन्या इला, जन्हू की कन्या जान्हवी (गंगा) सूर्य की पुत्राी उषा अथवा सरण्यू का अपने-अपने पिता के साथ पत्नी भाव से समागन होना बताया गया है।
- (भारतीय विवाह संस्था का इतिहास-वि. का. राजवाडे, पृष्ठ ९ ७) इसी पुस्तक के पृष्ठ ७ ८-७ ९ पर पिता-पुत्री के सम्बन्धों पर चर्चा करते हुए वशिष्ठ प्रजापति की कन्या शतरूपा, मनु की कन्या इला, जन्हू की कन्या जान्हवी (गंगा) सूर्य की पुत्राी उषा अथवा सरण्यू का अपने-अपने पिता के साथ पत्नी भाव से समागन होना बताया गया है।
- (भारतीय विवाह संस्था का इतिहास-वि. का. राजवाडे, पृष्ठ ९ ७) इसी पुस्तक के पृष्ठ ७ ८-७ ९ पर पिता-पुत्री के सम्बन्धों पर चर्चा करते हुए वशिष्ठ प्रजापति की कन्या शतरूपा, मनु की कन्या इला, जन्हू की कन्या जान्हवी (गंगा) सूर्य की पुत्राी उषा अथवा सरण्यू का अपने-अपने पिता के साथ पत्नी भाव से समागन होना बताया गया है।
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