सर्वनन्दि वाक्य
उच्चारण: [ servennedi ]
उदाहरण वाक्य
- इसकी रचना सर्वनन्दि नामक दिगम्बर जैन मुनि ने मूलतः प्रकृत में की थी जो अब अप्राप्य है।
- इसकी रचना सर्वनन्दि नामक दिगम्बर जैन मुनि ने मूलतः प्रकृत में की थी जो अब अप्राप्य है।
- प्राकृत लोक-विभाग के कर्ता सर्वनन्दि (सन् ४ ५ ८) कांची नरेश सिंहवर्मा के समकालीन कहे गये हैं।
- सर्वनन्दि नामक दिगम्बर जैन मुनि द्वारा मूल रूप से प्रकृत में रचित लोकविभाग नामक ग्रंथ में शून्य का उल्लेख सबसे पहले मिलता है।
- सर्वनन्दि नामक दिगम्बर जैन मुनि द्वारा मूल रूप से प्रकृत में रचित लोकविभाग नामक ग्रंथ में शून्य का उल्लेख सबसे पहले मिलता है।
- सर्वनन्दि नामक दिगम्बर जैन मुनि द्वारा मूल रूप से प्रकृत में रचित लोकविभाग नामक ग्रंथ में शून्य का उल्लेख सबसे पहले मिलता है।
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