सर्वांगशोथ वाक्य
उच्चारण: [ servaanegashoth ]
उदाहरण वाक्य
- २. सर्वांगशोथ विशेष कर हृदय जन्य शोथ मे यह बहुत ही लाभ करती है ।
- लाभः यह अर्क किडनी की सूजन, मूत्राश्मरी (पथरी), उदररोग, सर्वांगशोथ (सूजन), हृदय दौर्बल्यता, श्वास, पीलिया, पांडु (रक्ताल्पता), जलोदर, बवासीर, भगंदर, हाथीपाँव, खाँसी, तथा लीवर के रोग व जोड़ों के दर्द में विशेष लाभदायी है।