सवितृ वाक्य
उच्चारण: [ seviteri ]
उदाहरण वाक्य
- सावित्री शब्द ‘ सवितृ ' से बना है।
- उत्तर:-सवितृ 60-वैदिक धर्म में बहुदेववाद किसकी देन है।
- सवितृ, बृहस्पति और पूषा प्रभृति विभिन्न देवों ने इसके फलकों को सहारा दे रखा है।
- सविता का मूल शब्द सवितृ है जिसका अर्थ सूर्य के साथ प्रेरक ईश्वर भी होता है.
- उषा, सवितृ, अरण्यानी आदि के सूक्तों में प्रकृतिनिरीक्षण और मानव की सौंदर्यप्रियता तथा रसानुभूति का सुंदर चित्रण है।
- अब जब सूर्य-मण्डल, पुरा, सम्पूर्ण दीख पड़ा तब मेरे मुह से श्लोक निकलाः ध्येयः सदा सवितृ-मण्डल-मध्यवर्ती, नारायणः सरसिजासन-सन्निविष्टः।
- 13) में ' सावित्र पदं ' आया है जिसका अर्थ विष्णु (सवितृ) का पद हो सकता है।
- गायत्री उस मंत्र का नाम है, जिसकी रचना ऋषि विश्वामित्र ने पुष्कर में की थी और जिसे सवितृ देव को अर्पित किया गया था।
- सविता (सवितृ) उस परमात्मा का संबोधन है जिससे समस्त सृष्टि का प्रसव हुआ है अर्थात् जिससे मूर्त एवं अमूर्त सभी कुछ उत्पन्न हुआ है ।
- सूर्य की इस उपासना को ईश्वर प्राप्ति का अधिष्ठान प्रदान करने के लिए समर्थ रामदास ने 13 मन्त्र नारायण के प्रति जोड़ दिया-‘ श्री सवितृ सूर्यनारायणाय नम: ' यह पूरी प्रक्रिया को पूजा बना देता है।
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