स्त्रीपर्व वाक्य
उच्चारण: [ setriperv ]
उदाहरण वाक्य
- ↑ महाभारत, स्त्रीपर्व, 12, 13।-
- महाभारत-स्त्रीपर्व (११ वे पर्व)
- ↑ महाभारत, आदिपर्व, अध्याय 109, 114 115, स्त्रीपर्व 21-25, शल्यपर्व 63
- Bhideमहाभारत-वनपर्व (३ रे पर्व)-भाग ३-अध्याय १८६ ते ३१५महाभारत-स्त्रीपर्व (११ वे पर्व)
- हा धिक्, यह सार्वभौमिक प्रतीक्षा! मुहिम के पहले अंक में नारायण सिंह की कहानी स्त्रीपर्व स्त्री को उसकी गरिमा में स्थापित करती है.
- महाभारत के स्त्रीपर्व में अठारह-दिवसीय युद्ध की समाप्ति के पश्चात् अपने परिजनों-प्रियजनों की मृत्यु पर शोकाकुल कौरव-पांडव स्त्रियों के विलाप का वर्णन है ।
- दो आँखों पर सपनों के नीले साए समय ने जो कहानियाँ बताईं उन सबमे स्त्रियाँ व्यथित ही दिखीं! यह पूरा स्त्रीपर्व ही दुखी स्मृतियों की परंपरा है!
- महाभारत के स्त्रीपर्व के अंतर्गत श्राद्र उपपर्व में दो श्लोक उन अध्येताओं के लिए विशेष महत्त्व के हैं जो विचित्र आँकडों में दिलचस्पी रखते हैं-उनमें से भी दूसरा अधिक आकृष्ट करता है
- वलेनतीन रस्पुतीन (1937) की आख़री घड़ी से लेकर रामधारी सिंह दिवाकर की शोकपर्व (हंस) तक. हा धिक्, यह सार्वभौमिक प्रतीक्षा! मुहिम के पहले अंक में नारायण सिंह की कहानी स्त्रीपर्व स्त्री को उसकी गरिमा में स्थापित करती है.
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