४८२ वाक्य
उच्चारण: [ 482 ]
उदाहरण वाक्य
- महेश चन्द्र गुप्त खलिश ७ सितम्बर २००६ ४८२.
- ४८२. दुनिया दुरंगी मुवल्लिक सराय, कहीं खूब-खूबी, कहीं हाय-हाय।
- ज्ञानदेवो म्हणे ॥ ४८२ ॥ मग सत्यलोकौनि गंगाजळ ।
- ४८२. दःुनिया दःुरंगी मुवल्लिक सराय, कहीं खूब-खूबी, कहीं हाय-हाय।
- होऊनियां ॥ ४८२ ॥ अगा काढूनि भ्रांतीचे दांग ।
- ४८२ में से सिर्फ ५८ सीटों पर।
- पूर्व, ४८२ ईसा पूर्व, ४८२ ईसा पूर्व, ४८२ ईसा पूर्व, ४८२ ईसा
- पूर्व, ४८२ ईसा पूर्व, ४८२ ईसा पूर्व, ४८२ ईसा पूर्व, ४८२ ईसा
- पूर्व, ४८२ ईसा पूर्व, ४८२ ईसा पूर्व, ४८२ ईसा पूर्व, ४८२ ईसा
- पूर्व, ४८२ ईसा पूर्व, ४८२ ईसा पूर्व, ४८२ ईसा पूर्व, ४८२ ईसा
अधिक: आगे