• सुनिता |
sunita मीनिंग इन हिंदी
sunita उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- Some of them , like Sunita Bhatti , were barely seven then .
उनमें सुनीता भट्टीं जैसे कुछ बच्चे तब बमुश्किल सात साल के थे . - Kolkata-based Lalit and Sunita Jalan have worked on Japanese designer Kenzo 's personal wardrobe .
कोलकाता के ललित और सुनीता जालन ने जापानी ड़िजाइनर केंजों के निजी वार्ड़रोब के लिए काम किया है . - On the first of August, forty-five-year-old Al Rahman Ismail Mirza Abdul Jabbar, a sheikh from the UAE, approached a broker in these matters, seventy-year-old Zainab Bi, in the walled city, near the historic Char Minar. The broker procured Farheen Sultana and Hina Sultana, aged between thirteen and fifteen, for twenty thousand rupees [ DP comment : that equals US$450]. Then he hired Qazi [ DP comment : an Islamic judge, usually spelled qadi in English] Mohammed Abdul Waheed Qureshi to solemnise the marriage. The qazi, taking advantage of an Islamic provision, married the girls off to the Arab. After the wedding night with the girls, the Arab left at dawn. So much for that “marriage.” Sunita Krishnan of Prajwala.
वाजिहुद्दीन एक विशेष मामले का उदाहरण देते हैं. एक अगस्त को संयुक्त अरब अमीरात् के 45 वर्षीय शेख़ रहमान इस्माइल मिर्जा अब्दुल जब्बार ने हैदराबाद के ऐतिहासिक चार मीनार इलाके में 70 वर्षीय दलाल जैनाब को इस सौदे के लिए पकड़ा . इस दलाल ने 13 और 14 साल की फरहीन सुल्ताना और हिना सुल्ताना को 25 हज़ार रु पर राजी किया .उसके बाद उसने काज़ी को तैयार कर इस्लामिक प्रावधान के अनुरुप इन लड़कियों की शादी अरबवासी से कर दी . रात की शादी के बाद सुबह अरबवासी ने उन्हें छोड़ दिया. उस शादी के लिए इतना समय पर्याप्त था . - On the first of August, forty-five-year-old Al Rahman Ismail Mirza Abdul Jabbar, a sheikh from the UAE, approached a broker in these matters, seventy-year-old Zainab Bi, in the walled city, near the historic Char Minar. The broker procured Farheen Sultana and Hina Sultana, aged between thirteen and fifteen, for twenty thousand rupees [ DP comment : that equals US$450]. Then he hired Qazi [ DP comment : an Islamic judge, usually spelled qadi in English] Mohammed Abdul Waheed Qureshi to solemnise the marriage. The qazi, taking advantage of an Islamic provision, married the girls off to the Arab. After the wedding night with the girls, the Arab left at dawn. So much for that “marriage.” Sunita Krishnan of Prajwala.
वाजिहुद्दीन एक विशेष मामले का उदाहरण देते हैं. एक अगस्त को संयुक्त अरब अमीरात् के 45 वर्षीय शेख़ रहमान इस्माइल मिर्जा अब्दुल जब्बार ने हैदराबाद के ऐतिहासिक चार मीनार इलाके में 70 वर्षीय दलाल जैनाब को इस सौदे के लिए पकड़ा . इस दलाल ने 13 और 14 साल की फरहीन सुल्ताना और हिना सुल्ताना को 25 हज़ार रु पर राजी किया .उसके बाद उसने काज़ी को तैयार कर इस्लामिक प्रावधान के अनुरुप इन लड़कियों की शादी अरबवासी से कर दी . रात की शादी के बाद सुबह अरबवासी ने उन्हें छोड़ दिया. उस शादी के लिए इतना समय पर्याप्त था . - Sunita Krishnan, head of an anti human-trafficking organization, Prajwala, makes the only too-obvious point that girl children are not valued. “If a girl child is sold or her life ruined, it is not a national loss, that's why this is a non-issue, both for community and to society.” With the exception of Maulana Hameeduddin Aqil, the head of Millat-e-Islamia (a local organization , apparently not connected the notorious Pakistani terrorist group ), who speaks out against these sham marriages (“They are committing a sin. It's not nikaah , it's prostitution by another name”), the Islamic authorities in India are almost all silent about this travesty of the Shari'a. For their part, Muslim politicians in the city of Hyderabad apparently could care less. “It's not on the poll agenda of any politician,” says Mazhar Hussain, director of a social welfare organization, the Confederation of Voluntary Associations. The Majlis-e-Ittihadul Muslameen, the main party of Hyderabad's Muslims, is blissfully unconcerned: “You cannot deny that the fortunes of many families have changed through such marriages,” MIM's president, Sultan Salahuddin Owaisi, cheerfully points out. Comments :
प्रजवाला की मानव तस्करी विरोधी संगठन की प्रमुख सुनीता कृष्णन ने बड़ा ही स्वाभाविक कारण बताया कि यदि किसी लड़की को बेचा जाता है या उसकी जिन्दगी बर्बाद होती है तो इसे राष्ट्रीय क्षति नहीं माना जाता इसी कारण समाज और समुदाय के लिए यह कोई मुद्दा नहीं है.मिल्लते इस्लामिया ( एक स्थानीय संगठन जो पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों से नहीं जुड़ा है) के हमीमुद्दीन आकिल ने इन शादियों का खुलकर विरोध करते हुए इसे निकाह की आड़ में वेश्यावृत्ति बताया है . उन्हें छोड़कर भारत के शेष इस्लामिक संगठन शरीयत के इस दुरुपयोग पर मौन साधे हैं.एक सामाजिक संगठन Confederation of voluntary associations के निदेशक मजहर हुसैन के अनुसार यह विषय किसी भी राजनीतिक दल के चुनाव का मुद्दा नहीं है और मुस्लिम राजनेता भी इससे बेपरवाह हैं. हैदराबाद के मुसलमानों की प्रमुख पार्टी मजलिसे इत्तिहादुल मुस्लमिन के पार्टी अध्यक्ष सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी तो यहां तक कहते हैं कि “आप इस बात से इंकार नहीं कर सकते कि ऐसी शादियों से अनेक परिवारों का भाग्य बदल गया है ..”.