विशेषण • sore |
दुख् अंग्रेज़ी में
[ dukh ]
दुख् उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- (दुख् तरे-रिज-अंगूर की बेटी, यानी शराब)
- रग रग मे बस् ने वाले ही दुख् ती रग बन जाते है..
- यह दुख् तरे-रिज, हरामजादी, मुर्दार, मीनाबार की है रहनेवाली!
- पढ कर पीडा या कहे कि दुख्: हुवा.... पर आपने बहुत ही सुंदर लिखा..
- जो बढेन को लघु कहे, नही रहीम घट जाये, गिरिधर मुरलीधर कहे, कछु दुख् मानत नाये रहीमा;
- यह तो उसी तरह है जैसे सुख में, खुशी में बहुत ही सह्दयता से घुलमिलकर हम सफलता का श्रेय अपने को दे देते हैं लेकिन दुख् के समय हम विचलित हो उठते हैं ।
- घर मे पहुचकर उन्होने साड़ी ऊपर उठाई और पूछा, “ क्यों भुवा जी! सिर क्यों दुख् रहा है? ” तभी देखते क्या है कि भुवाजी की जगह वहां मूंछों वाले चन्दाभाई लेटे पड़े है! देखकर रामसिंह भाई तो दंग रह गए।
- कांग्रेस के चाणक्य का निधन हो गया आइये हम सब मिलके भगवान् से प्रार्थना करते है की इस चाणक्य की आत्मा को शान्ति मिले! अर्जुन सिंह के जाने से एक बात का दुख् है कि अब मूर्ख् को विद्वान कोन बनायेगा, और आरक्षण जैसी समाज को तोडने कि कोशिश कोन् करेगा
- उसके जीवन में अगर दुख् ा था तो उतनी ही तीव्र उल् लास भी था जो सभी तरह की विषमताओं का सामना करने के बाद पनपा था, उसमें अगर उपेक्षा की नितांत निजी पीडा थी तो उतनी ही विशाल सहृदयता भी जो दूसरों की पीडा को भी अपनाने की इच् छा जगाती है।
- वार्तालाप वार्तालाप आ बैठ सामने, कुछ बातें करें इस रंग बदलते नगर में कुछ दुख सुख बोलें इस काले स्याह मन को टटोलें दिलों में भरे दर्द को तोलें यूं तो कई आये आ कर कब के लौट गये तेरी आखों जैसी सच्चाई ना थी किसी भी हमसफर में जो गये उनका दुख् नहीं कोई आये ऎसी उम्मीद नहीं ये तेरे पदचिन्ह ही बांधते हैं आशा नहीं तो कौन साथ दे सुनसान डगर में शब्दों का मोहताज़ क्यूं बनाता है तू है तो इन में उलझना कौन चाहता है फिर मैं यहां मजबूर ना तू दूर किसी मन्दिर में..