• glomerate | विशेषण • acervate • agglomerated |
पुंजित अंग्रेज़ी में
[ pumjit ]
पुंजित उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- वह मूर्ति के आसपास पुंजित हो आया।
- पुंजित युक्ति, वर्णमालीय युक्ति, कालक्रम
- प्राणों में पुंजित पीर है नयन में नेही नीर है हिम-दंश सहता ये ह्रदय-हवि अभी तक जमा नहीं है साँसों का गीत भी थमा नहीं है...
- पुंजित युक्ति, वर्णमालीय युक्ति, कालक्रम युक्ति, उत्कृष्ट युक्ति, सामान्य उपमुख युक्ति, दशमलव अंश युक्ति, गणनात्मक युक्ति, वातावरण (परिसर) युक्ति, मुखित युक्ति, भौगोलिक युक्ति, समूह अ कन युक्ति, मिश्रित आधार युक्ति, संख्यात्मक युक्ति, अश्लेष युक्ति, स्मृति-सहायक तालिका युक्ति
- पुंजित युक्ति, वर्णमालीय युक्ति, कालक्रम युक्ति, उत्कृष्ट युक्ति, सामान्य उपमुख युक्ति, दशमलव अंश युक्ति, गणनात्मक युक्ति, वातावरण (परिसर) युक्ति, मुखित युक्ति, भौगोलिक युक्ति, समूह अ कन युक्ति, मिश्रित आधार युक्ति, संख्यात्मक युक्ति, अश्लेष युक्ति, स्मृति-सहायक तालिका युक्ति
- इन सबके बावजूद उन्होंने और भी युक्तियाँ बहुतायत रूप से आतिथ्य प्राप्तकरने के लिये दी, वे हैंः पुंजित युक्ति (आग्ग्लोमेरटिओन् ढेविचे), वर्णमालीय युक्ति (आल्प्हबेटिचल् ढेविचे), कालक्रम युक्ति (छ्ह्रोनोलोगिचल्ढेविचे), उत्कृष्ट युक्ति (छ्लस्सिच् ढेविचे), सामान्य उपमुख युक्ति (छोम्मोन् ईसोलटे ढेविचे), दशमलव अंश युक्ति (ढेचिमल् ङ्रच्टिओन् ढेविचे), गणनात्मक युक्ति (ऐनुमेरटिवे ढेविचे), वातावरण (परिसर) युक्ति (ऐन्विओर्मेन्टल् ढेविचे), मुखित युक्ति (ञचेटेड् ढेविचे), भौगोलिक युक्ति (घेओग्रप्ह्य्चल् ढेविचे), समूह अ कन युक्ति (घ्रोउप् णोटटिओन् ढेविचे), मिश्रित आधार युक्ति (ंइदेड्-~ भसे ढेविचे), संख्यात्मक युक्ति (णुमेरिचल्ढेविचे), अश्लेष युक्ति (फ्हसे ढेविचे), स्मृति-सहायक तालिका युक्ति (श्च्हेडुलेड् ंनेमोनिच् ढेविचे) विषय युक्त (शुब्जेच्ट् ढेविचे), इत्यादि.
- इन सबके बावजूद उन्होंने और भी युक्तियाँ बहुतायत रूप से आतिथ्य प्राप्तकरने के लिये दी, वे हैंः पुंजित युक्ति (आग्ग्लोमेरटिओन् ढेविचे), वर्णमालीय युक्ति (आल्प्हबेटिचल् ढेविचे), कालक्रम युक्ति (छ्ह्रोनोलोगिचल्ढेविचे), उत्कृष्ट युक्ति (छ्लस्सिच् ढेविचे), सामान्य उपमुख युक्ति (छोम्मोन् ईसोलटे ढेविचे), दशमलव अंश युक्ति (ढेचिमल् ङ्रच्टिओन् ढेविचे), गणनात्मक युक्ति (ऐनुमेरटिवे ढेविचे), वातावरण (परिसर) युक्ति (ऐन्विओर्मेन्टल् ढेविचे), मुखित युक्ति (ञचेटेड् ढेविचे), भौगोलिक युक्ति (घेओग्रप्ह्य्चल् ढेविचे), समूह अ कन युक्ति (घ्रोउप् णोटटिओन् ढेविचे), मिश्रित आधार युक्ति (ंइदेड्-~ भसे ढेविचे), संख्यात्मक युक्ति (णुमेरिचल्ढेविचे), अश्लेष युक्ति (फ्हसे ढेविचे), स्मृति-सहायक तालिका युक्ति (श्च्हेडुलेड् ंनेमोनिच् ढेविचे) विषय युक्त (शुब्जेच्ट् ढेविचे), इत्यादि.
- यह थ्योरी कहाँ तक मान्य है, इस बहस में तो वैज्ञानिक पड़ें, पर उनको देखते हुए उनके बारे में जरूर इसकी सच्चाई मानो ज्वलन्त होकर सामने आ जाती थी, उनकी आत्मा न केवल पंगु नहीं थी, वरन् शरीर के अवयव जितने कम होते जाते थे, उसमें आत्मा की कान्ति मानो बढ़ती जाती थी मानो व्यर्थ से सिमट-सिमटरकर आत्मा बचे हुए शरीर में और घनी पुंजित होती जाती-सारे शरीर में भी नहीं, एक अकेली आँख में-प्रेतात्माओं से भरे हुए विशाल शून्य में निष्कम्प दिपते हुए एक आकाश-दीप के समा न...