• antibiotic |
प्रतिजीवी अंग्रेज़ी में
[ pratijivi ]
प्रतिजीवी उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- जैसा कि पूतिजीवरक्तता (सेप्टिचएमिअ) के लिए उपयुक्ता चिकित्सा वर्णित है, इसी प्रकार प्रतिजीवी (अन्टिबिओटिच्स्) सेचिकित्सा तुरंत आरंभ कर देनी चाहिए.
- छोटे बच्चों में ये प्रतिजीवी ज़्यादा होते हैं, लेकिन उनके बड़े होने के साथ-साथ इन प्रतिजीवियों की संख्या कम होने लगती है.
- बच्चों में आरम्भिक संक्रमणों से लड़ते हुए जो रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हुई होगी और उनमें जो प्रतिजीवी पनपे होंगे, उन्हों ने बच्चों के स्वास्थ्य की रक्षा की.
- श्वसन संबंधी सिंक्शियल विषाणु (RSV) जो बच्चों में विषाणु जनित निमोनिया व् ब्रोंकाइटिस का प्रमुख कारण होता है, उसका एक सशक्त उपचार नये मोनोक्लोनल प्रतिजीवी (mAb) मोटेविज़ुमेब द्वारा किया जा सकता है.
- प्रतिजीवी (ऐंटिबायोटिक्स) औषधियों का नेत्र में प्रयोग, नेत्र में डालने के लिए बूँदों के रूप में तथा लगाने के लिए मरहम के रूप में, जिसकी क्रिया अधिक समय तक होती रहती है।
- प्रतिजीवी (ऐंटिबायोटिक्स) औषधियों का नेत्र में प्रयोग, नेत्र में डालने के लिए बूँदों के रूप में तथा लगाने के लिए मरहम के रूप में, जिसकी क्रिया अधिक समय तक होती रहती है।
- २०, ००० से ४०, ००० तक यूनिटों का ऐण्टिटाक्सिन अगले दिन अंतः शिराइंजेक्शन से दिया जाता है और विस्तृत स्पेक्ट्म प्रतिजीवी (बोअर्ड् स्पेच्ट्रुम्अन्टिबिओटिच्) चिकित्सा शुरू होने से छह-छह घंटे के समयान्तरालों पर दिया जाता है.
- आक्सीजन और प्रतिजीवी तत्परता के साथ दिए जाएँ, जबकि फुप्फुसी-परिसंचरण (पुल्मोनर्य् चिर्चुलटिओन्) को सुधारने, या चूषण न्युमोनिया (अस्पिरटिओन् प्नेउमोनिअ) की दशा में, निकास (ड्रइनगे) आसानी से करने के लिए रोथीकी शारीरिक स्थिति को नियमित रूप से बदलते रहना चाहिए.
- वह कहते हैं, हमें यह तो मालूम नहीं हुआ कि इसका असली कारण क्या था, लेकिन ऐसा लगता है कि बच्चों में आरम्भिक संक्रमणों से लड़ते हुए जो रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हुई होगी और उनमें जो प्रतिजीवी पनपे होंगे, उन्हों ने बच्चों के स्वास्थ्य की रक्षा की.
- नवजात काल में इस प्रतिजीवी का इस्तेमाल न किया जाए. सामान्यतः नवजात शिशु को बार्बिटुरेट विषालुता (बर्बिटुरटे टोदिचिट्य्) के प्रतिअत्यधिक (रेसिस्टन्चे) होता है, किन्तु यह मारफीन और इसके व्युत्पन्न के प्रतिअधिक सुग्राही (सेन्सिटिवे) होता है, क्सीजन अत्यदिक, खासकर चालीस प्रतिशत सेअधिक सान्द्रता (चोन्चेन्ट्रटिओन्) में देने से मस्तिष्क और दृष्टिपटल (रेटिन) परविषैले (टोदिच्) प्रभाव पड़ते हैं जिनके चलते प्रत्येक मसूरकतन्तु विकसन (रेट्रोलेन्टल् ङिब्रोप्लसिअ) हो जाता है.