संज्ञा • labyrinth • zigzag • maze |
भूलभुलैया अंग्रेज़ी में
[ bhulabhulaiya ]
भूलभुलैया उदाहरण वाक्यभूलभुलैया मीनिंग इन हिंदी
उदाहरण वाक्य
- paleontology and panic architecture.
या भूलभुलैया के बीच प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं. - And that incites a sort of panic architecture.
लेकिन यह एक भूलभुलैया में ले आता है. - All day and all night, the waves threw themselves dementedly against their rocky barricade, sending an endless roar like heavy traffic through the glacial rooms and mazy, echoing corridors of the old house. - Jonathan Coe, The House of Sleep
सारे दिन और सारी रात, लहरें अपने आप को चट्टानी रोक पर फेंकती रहीं, और उस पुराने मकान के बर्फीले कमरों और भूलभुलैया जैसे गूँजते हुए गलियारों में भारी यातायात के शोर समान अंतहीन गड़गड़ाहट भेजती रहीं। - जोनाथन को, द हाउस ऑफ स्लीप - They have to pass through the labyrinth of one court to another until their patience gets exhausted and they give up hope in utter despair . . . The only persons who benefit by the delay in our Courts are the dishonest who can with impunity avoid carrying out their legal obligations for years and each affluent person who obtains orders and stays or injuctions against Government and the public authorities and then continues to enjoy the benefit of such stay or injunction for years , often at the cost of public interest . About Supreme Court , the Chief Justice observed : The Supreme Court is today on the brink of collapse with the enormous inflow of cases and heavy arrears .
उनऋ-ऊण्श्छ्ष्-हें एक नऋ-ऊण्श्छ्ष्-यायालय से दूसरे नऋ-ऊण्श्छ्ष्-यायालय की भूलभुलैया से गुजरना पडऋता है और अंत में वे थक जाते हैं तथा घोर निराशा के कारण हिमऋ-ऊण्श्छ्ष्-मत हार बैठते हैं . . . हमारे नऋ-ऊण्श्छ्ष्-यायालयों में होने वाले विलंब से अगर किसी को फायदा होता है तो वे हैं बेऋमान लोग जो बरसों तऋक बिना कोऋ दंड पाए अपने विधिक दायितऋ-ऊण्श्छ्ष्-वों के पालन से बचते जाते हैं और प्रतऋ-ऊण्श्छ्ष्-येक वह धनी वऋ-ऊण्श्छ्ष्-यि> जो सरकार या लोक प्राधिकारियों के विऋद्ध आदेश , रोक आदेश या वऋ-ऊण्श्छ्ष्-यादेश प्रापऋ-ऊण्श्छ्ष्-त कर लेता है , वह बरसों तक , प्रायः लोकहित की कीमत पर , ऐसे रोक आदेश अथवा वऋ-ऊण्श्छ्ष्-यादेश का लाभ उठाता रहता है . उचऋ-ऊण्श्छ्ष्-चतम नऋ-ऊण्श्छ्ष्-यायालय के विषय में , मुखऋ-ऊण्श्छ्ष्-य नऋ-ऊण्श्छ्ष्-यायाधीश महोदय का कथन था ः नए मुकदमों की भारी आमद और अनिर्णीत पडऋए मामलों की विशाल संख़्या के फलसऋ-ऊण्श्छ्ष्-वरूप आज उचऋ-ऊण्श्छ्ष्-चतम नऋ-ऊण्श्छ्ष्-यायालय धराशायी होने की स्थिति के निकट पहुंच गया है .
परिभाषा
संज्ञा- वह चक्करदार वास्तु-रचना जिसमें आदमी इस प्रकार भूल जाता है कि जल्दी ठिकाने पर नहीं पहुँच सकता:"हम लोगों ने लखनऊ की भूल भूलैया देखी"
पर्याय: भूल_भूलैया, भूलभूलैया, भूल-भूलैया, भूलभुलैयाँ, भूल-भुलैयाँ, भूल_भुलैयाँ, भूल-भुलैया, भूल_भुलैया - वह अवस्था, समस्या आदि जिससे आदमी आसानी से निकल नहीं पाए:"फिल्मी दुनिया की भूल भूलैया में अक्सर लोग खो जाते हैं"
पर्याय: भूल_भूलैया, भूलभूलैया, भूल-भूलैया, भूलभुलैयाँ, भूल-भुलैयाँ, भूल_भुलैयाँ, भूल-भुलैया, भूल_भुलैया