संज्ञा • estoppel |
विबंध अंग्रेज़ी में
[ vibamdha ]
विबंध उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- 2 विबंध्-जीर्ण विबंध या कब्ज होने पर गोमूत्रा का पान करना चाहिये।
- विबंध या कब्ज नहीं रहना चाहिए यह रोग बने रहने का एक बड़ा कारण हे।
- अरुचि (भूख न लगना) विबंध, कमला, जलोधर व कृमि में भी यह लाभकारी पई गई है।
- अरुचि (भूख न लगना) विबंध, कमला, जलोधर व कृमि में भी यह लाभकारी पई गई है।
- जंबीरी नीबू आयुर्वेद में अम्ल, गुरू पित्तकारक तथा तृष्णा, शूल, वमन, श्वास, वात, कफ और विबंध को दूर करनेवाला माना जाता है।
- पेट का फूलना, पेट की गैस की आवाज आना, विबंध रहना, जलन, बैचेनी और किसी काम में मन नहीं लगना।
- मिट्टी की पट्टी का प्रयोगः-उदर विकार, विबंध, मधुमेह, शि र दर्द, उच्च रक्त चाप ज्वर, चर्मविकार आदि रोगों में किया जाता है।
- इससे भी पेट एवं बडी आंत के रोगों में काफी लाभ मिलता है, जैसेः-विबंध, अर्श् ा-भगन्दर, गुल्प, उदरशूल, आध्मान (आफरा) इत्यादि ।
- भाव प्रकाश निघण्टु के अनुसार हरड़ बवासीर, सभी प्रकार के उदर रोगों, कृमियों, संग्रहणी, विबंध, गुल्म आदि रोगों में लाभ पहुँचाती है व सात्मीकरण की स्थिति लाती है ।
- अमृता सांग्राहिकः वातहर दीपनीयः शेष्म शोणित विबंध प्रशमनानाम् (च. सू. 25) जबकि राज निघण्टुकार के अनुसार यह ज्वर नाशिनी है एवं एक उत्तम रसायन के नाते दोष मिटाकर सात्मीकरण लाने वाली औषधि है ।