अङ्गिरा का अर्थ
[ aneggairaa ]
अङ्गिरा उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
- उसी इस सत्य को पुरातन काल में अङ्गिरा ऋषि ने कहा था।
- अशान्त जल के समुद्र से वरुण , मृत्यु , अङ्गिरा , आङ्गिरस ऋषि , आङ्गिरस वेद , जगत् , वेद , व्याहृतियों , शम् , चन्द्रादि तथा यज्ञ की उत्पत्ति बतलाई गई है।
- अशान्त जल के समुद्र से वरुण , मृत्यु , अङ्गिरा , आङ्गिरस ऋषि , आङ्गिरस वेद , जगत् , वेद , व्याहृतियों , शम् , चन्द्रादि तथा यज्ञ की उत्पत्ति बतलाई गई है।
- अङ्गी ने उसे भरद्वाज के पुत्र सत्यवह से कहा तथा भरद्वाज पुत्र ( सत्यवह ) -ने इस प्रकार श्रेष्ठ से कनिष्ठ को प्राप्त होती हुई वह विद्या अङ्गिरा से कही ॥ 2 ॥ शौनको ह वै महाशालोऽङ्गिरसं विधिवदुपसन्नः पप्रच्छ ।
- कस्मिन्नु भगवो विज्ञाते सर्वमिदं विज्ञातं भवतीति ॥ ३ ॥ शौनक नामक प्रसिद्ध महागृहस्थ ने अङ्गिरा के पास विधिपूर्वक जाकर पूछा- भगवन् ! किसके जान लिए जाने पर यह सब कुछ जान लिया जाता है ? ' ॥ 3 ॥ तस्मै स होवाच ।