अतिथिसेवा का अर्थ
[ atithisaa ]
अतिथिसेवा उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- / विदेशी लोग भारतीय शिष्टाचार से बहुत प्रभावित होते हैं"
पर्याय: अतिथि-सत्कार, अतिथि-सेवा, अतिथि सत्कार, अतिथि सेवा, अतिथिसत्कार, आतिथ्य, सत्कार, मेहमाननवाज़ी, मेहमानदारी, मेहमाननवाजी, मेज़बानी, मेजबानी, शिष्टाचार, आगतस्वागत, आगत-स्वागत, पहुनाई, हास्पिटैलिटी, हॉस्पिटैलिटी, हास्पटैलिटी, हॉस्पटैलिटी
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- भिक्षान्न , अतिथिसेवा एवं ईश्वरके भजनमें वे अत्यधिक सुखी थे ।
- भिक्षान्न , अतिथिसेवा एवं ईश्वरके भजनमें वे अत्यधिक सुखी थे ।
- स्त्री बोली-दादा , हम अतिथिसेवा करना क्या जानें ? यह सब कुछ हमें एक यात्री ने सिखाया है।
- बालमित्रो , अतिथिसेवा करनेसे एवं भक्तिभावसे दी हुई किसी भी वस्तुसे परमेश्वर प्रसन्न होता है, यह इस कहानीसे आपके ध्यानमें आया ही होगा ।
- बालमित्रो , अतिथिसेवा करनेसे एवं भक्तिभावसे दी हुई किसी भी वस्तुसे परमेश्वर प्रसन्न होता है, यह इस कहानीसे आपके ध्यानमें आया ही होगा ।
- उन्हें सभी शास्त्रों का ज्ञान था और संध्या , देववंदन , पितृपूजन , अतिथिसेवा तथा सभी प्राणियों के प्रति दया , सेवा एवं मैत्री का भाव था।
- उन्हें सभी शास्त्रों का ज्ञान था और संध्या , देववंदन , पितृपूजन , अतिथिसेवा तथा सभी प्राणियों के प्रति दया , सेवा एवं मैत्री का भाव था।
- उन्हें सभी शास्त्रों का ज्ञान था और संध्या , देववंदन , पितृपूजन , अतिथिसेवा तथा सभी प्राणियों के प्रति दया , सेवा एवं मैत्री का भाव था।
- उन्हें सभी शास्त्रों का ज्ञान था और संध्या , देववंदन , पितृपूजन , अतिथिसेवा तथा सभी प्राणियों के प्रति दया , सेवा एवं मैत्री का भाव था।
- वारुणी उपनिषद् में विशुद्ध ब्रह्मज्ञान का निरूपण है जिसकी उपलब्धि के लिये प्रथम शिक्षावल्ली में साधनरूप में ऋत और सत्य , स्वाध्याय और प्रवचन, शम और दम, अग्निहोत्र, अतिथिसेवा श्रद्धामय दान, मातापिता और गुरुजन सेवा और प्रजोत्पादन इत्यादि कर्मानुष्ठान की शिक्षा प्रधानतया दी गई है।