अनन्द का अर्थ
[ anend ]
अनन्द उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषण- / अंत्याक्षरी एक आनंदप्रद खेल है"
पर्याय: आनंदप्रद, आनन्दप्रद, आनंद-दायक, आह्लादक, खुशनुमा, प्रसन्नतादायक, आनंददायक, आनन्ददायक, आनंददायी, आनन्ददायी, आनन्दकारी, आनंदकारी, आह्लादी, आनंदक, आनन्दक, आनंदकर, आनन्दकर, हर्षदायक, अनंद, नंदक, नन्दक, रमन, रमण, दिलशाद, सुकूँ बख़्श, सुकूँ बख्श
- मन का वह भाव या अवस्था जो किसी प्रिय या अभीष्ट वस्तु के प्राप्त होने या कोई अच्छा और शुभ कार्य होने पर होता है:"उसका जीवन आनंद में बीत रहा है"
पर्याय: खुशी, ख़ुशी, प्रसन्नता, आनंद, आनन्द, मजा, मज़ा, हर्ष, प्रमोद, आमोद, उल्लास, हर्षोल्लास, जश्न, जशन, मोद, मुदिता, आह्लाद, सुरूर, सरूर, अनंद, कौतुक, तोष, अभीमोद, अमोद, समुल्लास, अवन, विलास, प्रहर्षण, प्रहर्ष, वासंतिकता, वासन्तिकता - किसी बात में रुचि होने के कारण उससे मिलने वाला या लिया जाने वाला सुख:"भक्त भगवान के कीर्तन का आनंद ले रहा है"
पर्याय: आनंद, आनन्द, लुत्फ, लुत्फ़, मजा, मज़ा, रस, स्वाद, रसास्वादन, अनंद
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- फिरहिं मसान-मसान हम धारि अनन्द बिराग ।।
- अति अनन्द वह दशरथ-नन्दन , ब्रम्हविदों का मन जिसमें रम,
- फिरहिं मसान-मसान हम धारि अनन्द बिराग ।।
- रमण रेती पर बालू का अनन्द लेते लोग …
- चन्द जैसो अमिय अनन्द कर आरत को
- अनन्द और सनन्द संवत् की कल्पना
- रमण रेती पर बालू का अनन्द लेते लोग . ..
- आज अनन्द भयो अति ही विपदा सब की दुरि दूरि नसाई।
- और यह कि मैं परमेश्वर के अनन्द राज्य का हिस्सा हूँ।”
- अनन्द विक्रम संवत भारत में प्रचलित अनेक संवतों में से एक है।