अपकृति का अर्थ
[ apekriti ]
अपकृति उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- कुख्यात होने की अवस्था या भाव:"डाकू के रूप में रत्नाकर को जितनी बदनामी मिली,उससे अधिक ऋषि वाल्मीकि के रूप में प्रसिद्धि"
पर्याय: बदनामी, अपकीर्ति, अपयश, अकीर्ति, अपनाम, अयश, कुप्रसिद्धि, कुख्याति, दुष्प्रचार, रुसवाई, नामधराई, अंगुश्तनुमाई, अजस, अपकीरति, अपजस, दुर्नाम, अपलोक, अप्रतिष्ठा, अभिशस्ति, घैर, घैरु, घैरो, वाच्यता - उपकार के विपरीत काम या अनुचित या बुरा काम:"किसी का नुकसान मत करो"
पर्याय: नुकसान, नुक़सान, हानि, क्षति, बदी, अपकार, अनर्थ, बिगाड़, अकाज, हरज, हर्ज, अकारज, अपच्छेद - हित का विरोधी भाव:"किसी का भी अहित नहीं सोचना चाहिए"
पर्याय: अहित, क्षति, अकल्याण, अनिष्ट, अपकार, नुक़सान, नुकसान, घात, हानि, अनभल, अनहित, अनुपकार, अनैस, अपचार
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- यह संस्कृति नहीं , विकृति है अपकृति है।
- अपकृति के प्रमुख रूप ये हैं :
- अपकृति के प्रमुख रूप ये हैं :
- अपकृति तथा अपराध के सिद्धांत एवं प्रक्रिया दोनों में अंतर है।
- अपकृति तथा अपराध के सिद्धांत एवं प्रक्रिया दोनों में अंतर है।
- विधि के क्षेत्र में , ऐसे दोषपूर्ण कार्य को अपकृत्य या अपकृति (
- के पूर्व अपकृति का प्रतिकार सामान्य कानून के अंतर्गत हुआ करता था।
- मुस्लिम विधिप्रणाली में अपकृति कानून का क्षेत्र और भी अधिक संकीर्ण हो गया।
- मुस्लिम विधिप्रणाली में अपकृति कानून का क्षेत्र और भी अधिक संकीर्ण हो गया।
- अतएव सारभूत विधि के रूप में अपकृति कानून का विकास आधुनिक काल में हुआ।