अयश का अर्थ
[ ayesh ]
अयश उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- कुख्यात होने की अवस्था या भाव:"डाकू के रूप में रत्नाकर को जितनी बदनामी मिली,उससे अधिक ऋषि वाल्मीकि के रूप में प्रसिद्धि"
पर्याय: बदनामी, अपकीर्ति, अपयश, अकीर्ति, अपनाम, कुप्रसिद्धि, कुख्याति, दुष्प्रचार, रुसवाई, नामधराई, अंगुश्तनुमाई, अजस, अपकीरति, अपकृति, अपजस, दुर्नाम, अपलोक, अप्रतिष्ठा, अभिशस्ति, घैर, घैरु, घैरो, वाच्यता
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- भरतजी अयश छूटने से निराश होते हैं ;
- समता अहिंसा तुष्टि तप एवं अयश यश दान भी .
- समस्त भाव यथा अहिंसा , समता, तुष्टि, तप, दान, यश, अयश
- ही मेरा अयश दूर हो जायेगा।
- जिन भरत को अयश की इतनी
- बँधती है और वे कैकेयी से कहते हैं कि ईश मेरा तो अयश हरेंगे ,
- अयश , पाप आदि का काले रूप में वर्णन; अनुराग क्रोध आदि को लाल बताना आदि,
- अयश : कीर्ति नामकर्म - जिसके उदय से जीव की प्रशंसा हो वह यश : कीर्ति तथा निप्दा हो वह अयश : कीर्ति नामकर्म है।
- अयश : कीर्ति नामकर्म - जिसके उदय से जीव की प्रशंसा हो वह यश : कीर्ति तथा निप्दा हो वह अयश : कीर्ति नामकर्म है।
- 1-आयशा का परिचय मुहम्मद साहब की कुल 12 पत्नियाँ थीं , जिनमे आयशा तीसरे नंबर पर आती है ,अयश के पिता का नाम अबूबकर था जो मक्का में आकर बस गए थे ,अयशा (