अपराग का अर्थ
[ aperaaga ]
अपराग उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- आसक्त न होने की अवस्था या भाव:"अनासक्ति के कारण ही लोग वैराग्य धारण कर लेते हैं"
पर्याय: अनासक्ति, विरक्ति, आसक्तिहीनता, विराग, निर्लिप्ति, विषयत्याग, इंद्रियासंग, इन्द्रियासङ्ग, अरति, अवसादन, असंसक्ति, उदासीनता
उदाहरण वाक्य
- युद्ध के बाद सतत शीतयुद्ध ने उसे जीवन की अनुभूतियाँ दीं , जिनमें प्रमुख ये हैं-प्रबल किंतु अर्थहीन हिंसा, आत्मापराग, समाज से अपराग, मनुष्य का अमानवीकरण, अंबारी समाज एवं महाराज्य के पैशाची परा यथार्थ में व्यक्ति की दुर्गति, सर्वशक्तिसंपझ आर्थिक एवं राजनीतिक निहितस्वार्थों द्वारा विज्ञापन तथा प्रचार के माध्यम से लोगों का मस्तिष्क प्रक्षालन।
- युद्ध के बाद सतत शीतयुद्ध ने उसे जीवन की अनुभूतियाँ दीं , जिनमें प्रमुख ये हैं-प्रबल किंतु अर्थहीन हिंसा, आत्मापराग, समाज से अपराग, मनुष्य का अमानवीकरण, अंबारी समाज एवं महाराज्य के पैशाची परा यथार्थ में व्यक्ति की दुर्गति, सर्वशक्तिसंपझ आर्थिक एवं राजनीतिक निहितस्वार्थों द्वारा विज्ञापन तथा प्रचार के माध्यम से लोगों का मस्तिष्क प्रक्षालन।