अम्लवेत का अर्थ
[ amelvet ]
अम्लवेत उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- अम्लवेत के फल को बंगाल में थंकल कहते है।
- अम्लवेत का शोरबा मैं यहाँ के बड़े घरों में पीता हूँ।
- अम्लवेत का पेड़ फल के लिए बागों में लगाये जाते है।
- अम्लवेत नाशपाती की तरह होता है किन्तु नाशपाती की अपेक्षा तिगुना चौड़ा होता है।
- अम्ल पंचक- विजौरा , संतरा , इमली , अम्लवेत और नींबू के मिश्रण को अम्लपंचक कहते हैं।
- अम्ल पंचक- विजौरा , संतरा , इमली , अम्लवेत और नींबू के मिश्रण को अम्लपंचक कहते हैं।
- सोंठ , पीपर , पीपरामूल , चव्य , चिजक , तालीस पत्र , दालचीनी , जीरा , सौंठ , अम्लवेत , अनारदाना , पांचों नमक , बराबर मात्रा में चूर्ण कर , भोजन के बाद 2 माशे लें।
- सोंठ , पीपर , पीपरामूल , चव्य , चिजक , तालीस पत्र , दालचीनी , जीरा , सौंठ , अम्लवेत , अनारदाना , पांचों नमक , बराबर मात्रा में चूर्ण कर , भोजन के बाद 2 माशे लें।
- घटक द्रव्य ः-सेंधानमक , विडनमक , पीपल , पिपलामूल , तेजपात , काला जीरा , तालीस पत्र , नागकेशर , और अम्लवेत सभी द्रव्य 24 - 24 ग्राम सौचल नमक- 60 ग्राम जीरा , काली मिर्च , सोंठ- 12 - 12 ग्राम समुद्री नमक- 96 ग्राम अनार दाना -48 ग्राम बड़ी इलायची , दाल चीनी- 6 - 6 ग्राम सभी वस्तुऔं का कपड़ छन चूर्ण तैयार करके फिर नीबू का रस लेकर उसमें सारे चूर्ण को मिला कर सीरक या छाया मे सुखा लें इसे आयुर्वेदिक भाषा में भावना देना कहते हैं।