अविश्रान्त का अर्थ
[ avisheraanet ]
अविश्रान्त उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषण- जो थका हुआ न हो:"अनथके तीर्थयात्री मंदिर की ओर तेज़ी से बढ़े जा रहे हैं"
पर्याय: अनथका, अक्लांत, अक्लान्त, अविश्रांत - निरंतर होने वाला:"अनवरत वर्षा के कारण जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया"
पर्याय: अनवरत, लगातार, अनंतर, अनन्तर, अनंतरित, अनन्तरित, अविरत, अव्याघात, अश्रांत, अविश्रांत, अश्रान्त, क्रमागत, इकसूत, अविच्छिन्न
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- लोक- मन ऐसा यात्री है , जो अनवरत चलता है , अथक अविश्रान्त ।
- भगवान सूर्य अपने रथ पर आसीन अविश्रान्त भाव से मेरू की प्रदक्षिणा करते रहते हैं।
- भगवान सूर्य अपने रथ पर आसीन अविश्रान्त भाव से मेरू की प्रदक्षिणा करते रहते हैं।
- जितना ही हो जलधि रत्न पूरित , विक्रांत अगम है उसकी वाडाग्नि उतनी ही अविश्रान्त , दुर्गम है ।
- ऊपर सिर पर अन्धकार-प्रकाश की वह आँख-मिचौनी हो रही थी , पीछे बहुत दूर तक अविश्रान्त सतत गर्जन-तर्जन हो रहा था और सामने वही रेती का किनारा था।
- “बौद्धिक जिज्ञासा यदि उच्च से उच्चतर स्तर पर अविश्रान्त भाव से आरोहण करती है और सत्य को स्पष्ट एवं स्पष्टतर रूप में देख पाती है तो इसका कारण पूर्व लेखकों द्वारा निर्मित चिन्तन की सोपान परम्परा है ।
- सत्य की खोज के लिए अनुसंधान के अविश्रान्त स्रोत का प्रवाहित रहना , गवेषणा के आलोक का प्रदीप्त रहना और जहां तक हो सके , उसे ले जाये जाना सत्य के निर्णय के लिए गवेषणा का पुनः पुनः परिचालन करना आवश्यक है , इसी प्रकार की घटना-विशेष का लोगों के सामने उज्ज्वल रूप में रखने के लिए और उसे दृढ़तर भित्ति पर प्रतिष्ठित करने के लिए अनुसंधान कार्य में बार-बार व्यापृत होना भी अपरिहार्य है।