अष्टकमल का अर्थ
[ asetkeml ]
अष्टकमल उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- हठयोग में मूलाधार से ललाट तक माने गए आठ कमल जो हमारे शरीर के ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र हैं जिनमें से प्रत्येक जीवन के एक अलग पहलू (जैसे - धन, प्रेम, स्वास्थ्य, रचनात्मकता आदि) से मेल खाता है और जिनमें पँखुड़ियों की संख्या अलग-अलग होती हैं :"मूलाधार, स्वाधिष्ठान, मणिपुर, अनहद, विशुद्ध, आज्ञाचक्र, सहस्रार चक्र तथा सुरतिमल ये अष्टकमल हैं"
पर्याय: अष्टचक्र
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- चौकी पर पीत वस्त्र बिछाकर उस पर अष्टकमल बनाएं।
- छ : चक्कर ने अष्टकमल में होद आतमा गुपत गाड़ी।
- प्रेत बाधा से मुक्ति को अष्टकमल कूप में डाला पिंड व नारियल
- प्रेत बाधा से मुक्ति के लिए अष्टकमल कूप में डाला पिंड व नारियल
- इसकी संरचना में बिंदु , त्रिकोण या त्रिभुज , वृत्त , अष्टकमल का प्रयोग होता है।
- इसकी संरचना में बिंदु , त्रिकोण या त्रिभुज , वृत्त , अष्टकमल का प्रयोग होता है।
- वहां यजमान परंपरा के अनुसार श्रद्धा पूर्वक अपने पूर्वजों को याद कर पिंडदान के विधान को संपन्न कर पिंड को धर्मारण्य मंडप में बने अष्टकमल आकार के कूप में छोड़ते हैं।
- वहीं , कई ऐसे तीर्थ यात्री भी थे जो प्रेत बाधा से मुक्ति के लिए त्रिपिंडी श्राद्ध कर धर्मारण्य परिसर में बने अष्टकमल आकार के दूसरे कूप में नारियल छोड़ रहे थे।