आव-भाव का अर्थ
[ aav-bhaav ]
आव-भाव उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- आदर-सम्मान:"सेठ मनोहरजी सबकी आवभगत करते हैं"
पर्याय: आवभगत, आदरसत्कार, आदर-सत्कार, आव-भगत, आव-आदर, ख़ातिरदारी, ख़ातिरी, खातिरदारी, खातिरी, आवभाव, खातिर-तवाजा, आशंसा
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- पर कई मुद्राएँ और आव-भाव लाकर वह कई तरह के संवाद उच्चरित
- उनके आव-भाव से नहीं लगा कि , उनके दिल में शहीदों के लिए कोई इज्जत है।
- आव-भाव देखकर लगता है- दिनतारन-अच्छा , सचमुच यदि एक बार झपट पड़ता तो ! सनातन-तब और देखना नहीं पड़ता।
- शुद्धि के लिए कान , आंख और शरीर का आव-भाव महात्मा दिखाते हैं और अन्तर की साधना का सहयोग वो देते हैं।
- अब मैं कुछ सुन तो सकता नहीं था लेकिन मैं उस औरत के आव-भाव से अनुमान ज़रूर लगा सकता था कि वह उस परी को डराने धमकाने के लिये ही उन के पास ले गई थी।
- चेहरे पर कई मुद्राएँ और आव-भाव लाकर वह कई तरह के संवाद उच्चरित करता था रोते हुए , हँसते हुए , घिघियाते हुए , खिसियाते हुए , भड़कते हुए , झिड़कते हुए , चिढ़ते हुए , चिढाते हुए।
- कटघरे की लकड़ियों के बीच से ऊपर चढ़ता और पाँव से उन्हें कुरेदता और अपने आव-भाव से कुछ बोलता-जैसे सुमना को सांत्वना दे रहा हो कि उसके साथ भले ही और कोई न हो लेकिन वह तो उसके साथ है।