ईशावास्योपनिषद का अर्थ
[ eeshaavaaseyopenised ]
ईशावास्योपनिषद उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- मुख्य उपनिषदों में से एक :"ईशोपनिषद् यजुर्वेद से संबंधित है"
पर्याय: ईशोपनिषद्, ईशोपनिषद, ईशावास्य उपनिषद्, ईशावास्य उपनिषद, ईशावास्योपनिषद्, ईशावास्य, ईश उपनिषद्, ईश उपनिषद, ईश
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- ईशावास्योपनिषद की पृष्ठभूमि में ओशो का समयातीत आह्वान :
- इसीलिए ईशावास्योपनिषद में कहा गया हैः
- ~ ईशावास्योपनिषद प्रत्येक प्राणी में सत्य की एक चिंगारी है।
- इन चारों का निर्वचन ईशावास्योपनिषद के प्रथम श्लोक में है।
- ƸӜƷƸӜƷƸӜƷ ईशावास्योपनिषद - ईशा वास्यं इदं सर्वं यत किं च जगत्यां जगत ।
- निष्काम कर्म के दर्शनों से भरा ईशावास्योपनिषद का विस्तार ही गीता का सार तत्व है।
- चन्द्रशेखर ' आजाद' भिखारी का ज्ञानोपदेश - ईशावास्योपनिषद यह प्राचीन काल के दो ऋषियों से सम्बंधित वृतांत&
- ईशावास्योपनिषद के इस छोटे से महामंत्र मे जीवन के अनेक गूढ़ रहस्य छुपे हुएँ है , ……
- ईशावास्योपनिषद में कहा गया है ‘ तेन त्यक्तेन भुंजीथा : ' , मतलब कि त्यागपूर्वक भोग करो।
- यही बात ईशावास्योपनिषद में ( 11 ) कही है , “ विद्यां चाविद्यां च यस्तद्वेदो भयं सह।