ईशित्व का अर्थ
[ eeshitev ]
ईशित्व उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- महान होने की अवस्था या भाव:"हिन्दी साहित्य में प्रेमचन्द की महानता को झुठलाया नहीं जा सकता"
पर्याय: महानता, गौरव, बड़प्पन, महिमा, श्रेष्ठता, गौरवपूर्णता, प्रभुता, प्रभुत्व, बड़ाई, महत्त्व, महत्व, महत्, महत, गुरुत्व, गुरुता, वर्चस्व, अज़मत, अजमत, बिरद, अधिकाई, तशरीफ़, तशरीफ, ईशिता, विभूति, बुज़ुर्गी, बुजुर्गी - आठ प्रकार की सिद्धियों में से एक :"ईशित्व की प्राप्ति के बाद सब पर शासन किया जा सकता है"
पर्याय: ईशिता
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- काम्य , ईशित्व और शशित्व) की सिद्घि संभव है।
- काम्य , ईशित्व और शशित्व) की सिद्घि संभव है।
- इन्हेंक्रमशः अणिमा , लघिमा, गरिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, वशित्व और ईशित्व कहतेहैं.
- ईशित्व , वाशित्व 7. सर्वकामावसायिता 8. सर्वज्ञत्व 9.
- ७ ) ईशित्व - जिससे सब पर सासन का सामर्थ्य हो जाता है.
- ७ ) ईशित्व - जिससे सब पर सासन का सामर्थ्य हो जाता है .
- मार्कण्डेयपुराण में अणिमा , महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व एवं वशित्वये आठ सिद्धियाँ बतलायी गयी
- 7 , ईशित्व - इसकी प्राप्ति से योगी को दैवीय शक्ति की प्राप्ति हो जाती है।
- 7 , ईशित्व - इसकी प्राप्ति से योगी को दैवीय शक्ति की प्राप्ति हो जाती है।
- मार्कण्डेयपुराण में अणिमा , महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व एवं वशित्वये आठ सिद्धियां बतलायी गयी