उकड़ूँ का अर्थ
[ ukedeun ]
उकड़ूँ उदाहरण वाक्य
परिभाषा
क्रिया-विशेषण- पंजे ज़मीन पर रखकर तथा घुटने छाती से लगाकर या घुटने मोड़कर:"ज़मीन पर वह उकड़ूँ बैठा है"
पर्याय: उकड़ू, उकडूँ, उकडू, उकुरू
- घुटने मोड़कर तलवों के बल बैठने की वह मुद्रा जिसमें घुटने छाती से लगे रहते हैं:"मैं बहुत देर तक उकड़ूँ मुद्रा में नहीं रह सकती"
पर्याय: उकड़ूँ मुद्रा, उकड़ू मुद्रा, उकडूँ मुद्रा, उकडू मुद्रा, उकुरू मुद्रा, उकड़ू, उकडूँ, उकडू, उकुरू
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- वह उकड़ूँ बैठकर सरकते हुए आंगन में आईं।
- मैंने उससे कहा कि तुम उकड़ूँ बैठ जाओ।
- बड़ी स्त्री उकड़ूँ बैठी कुछ चबा रही थी।
- वह उकड़ूँ बैठकर सरकते हुए आंगन में आईं।
- मैं सिमटी , सिकुड़ी उकड़ूँ बैठी हुई थी।
- इस प्रकार निर्णय करके बूढ़ी काकी उकड़ूँ
- - पानी उकड़ूँ बैठकर पीना अधिक अच्छा रहता है।
- लच्छा उकड़ूँ होकर चिलम के लम्बे-लम्बे कश खींचने लगा।
- रिक् शावान ज़मीन पर उकड़ूँ बैठकर बीड़ी पीने लगा।
- अम्मा सामने उकड़ूँ बैठी एकटक देखती रही।