उकडूँ का अर्थ
[ ukedun ]
उकडूँ उदाहरण वाक्य
परिभाषा
क्रिया-विशेषण- पंजे ज़मीन पर रखकर तथा घुटने छाती से लगाकर या घुटने मोड़कर:"ज़मीन पर वह उकड़ूँ बैठा है"
पर्याय: उकड़ूँ, उकड़ू, उकडू, उकुरू
- घुटने मोड़कर तलवों के बल बैठने की वह मुद्रा जिसमें घुटने छाती से लगे रहते हैं:"मैं बहुत देर तक उकड़ूँ मुद्रा में नहीं रह सकती"
पर्याय: उकड़ूँ मुद्रा, उकड़ू मुद्रा, उकडूँ मुद्रा, उकडू मुद्रा, उकुरू मुद्रा, उकड़ूँ, उकड़ू, उकडू, उकुरू
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- परिणाम सा एक हत्थे , उकडूँ बैठा पत्थर है
- परिणाम सा एक हत्थे , उकडूँ बैठा पत्थर है
- डाक्टर ने उकडूँ बैठने से मना किया है।
- उकडूँ बैठ-बैठे भी वह लगभग उसके बराबर
- नंगे पाँव उकडूँ होकर चल रहा है
- बहू को उठाकर ईंटों पर उकडूँ बिठा दिया गया .
- भैरा ' जै माता जी 'कह आंगन में उकडूँ बैठ गया।
- झुकनाः नीचे से कुछ उठाना हो तो उकडूँ बैठकर उठायें।
- पाल कुर्सी पर उकडूँ बैठा था।
- दौड़ कर वह झाड़ के निकट उकडूँ बैठ गया .