उखा का अर्थ
[ ukhaa ]
उखा उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- दिन निकलने का समय :"सुबह होते ही किसान खेत की ओर चल दिया"
पर्याय: सुबह, भोर, प्रभात काल, प्रातःकाल, प्रात, सवेरा, सबेरा, प्रभात, प्रातः, तड़का, अरुणोदय, विहान, उषा, उषाकाल, उषा-काल, भीन, निशांत, निशावसान, दिवसमुख, निशात्यय, अनुदित, रात्रिविग, स्त्रीघोष, निशातिक्रम, निशोत्सर्ग, अरुण, अरुन, अरुणा, व्युष्ट, प्रत्युष, प्रत्यूष, व्युष्टि, अहर्मुख, व्युष, फ़जर, फजर, फ़ज्र, फज्र - खाना पकाने का चौड़े मुँह और चौड़े पेट का बड़ा बर्तन:"गीता देग में मुर्ग बिरयानी बना रही है"
पर्याय: देग, डेग - काँसे का एक छोटा गोल बर्तन जिसमें दाल आदि पकाते हैं:"बटलोई की दाल ठंडी हो गई है, उसे गरम कर दो"
पर्याय: बटलोई, बटुली, बटली, कुंड, कुण्ड
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- उखा पात्र में अंगश्रयण भी होता है ।
- वह - तो ठीक है , जो उखा..ते बने, उखा..
- वह - तो ठीक है , जो उखा ..
- सांगिजैल ॥ ११० ॥ तरी श्वः म्हणिजे उखा ।
- अग्निचयन याग में इस पर उखा रखी जाती है ।
- अब मैने बडी आसानी से उसका खराब दांत उखा ड .
- ( 15 ) उखा मिट्टी की बनायी मंजूषा को उखा कहते हैं ।
- ( 15 ) उखा मिट्टी की बनायी मंजूषा को उखा कहते हैं ।
- इसके बाद हम सोचेगें दांत उखा ड . न ा हैं कि नहीं ? '
- उखा पात्र में अग्नि की स्थापना करके उसका भरण करना उखा संभरण कहलाता है- उखा संभरणमष्टभ्याम् ।