घोट का अर्थ
[ ghot ]
घोट उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- सींगरहित एक चौपाया जो गाड़ी खींचने और सवारी के काम में आता है:"राणा प्रताप के घोड़े का नाम चेतक था"
पर्याय: घोड़ा, अश्व, केसरी, केशरी, तुरंग, तुरग, मराल, हयंद, हय, केशी, केहरी, तुरंगम, घोटक, तारखी, पेलि, युयु, अलल्लाँ, परुद्वार, पेली, वृषल, वृषण, शिखी, रैवंता, अमृतसहोदर, अर्घ, अरघ, अर्वण, अलल्लां, वातप्रमी, माषाश, श्रीपुत्र, तार्क्ष्य, होबार, ययु, ययी, शालिहोत्र, प्रयोग - नर घोड़ा:"सैनिक घोड़े पर नहीं अपितु घोड़ी पर सवार था"
पर्याय: घोड़ा, अश्व, केसरी, तुरंग, तुरग, मराल, हयंद, हय, केशी, केशरी, तुरंगम, घोटक, तारखी, पेलि, युयु, अलल्लाँ, अलल्लां
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- घोटू हूँ , घोट मोट ,घोट घोट खूब पढ़ा ,
- घोटू हूँ , घोट मोट ,घोट घोट खूब पढ़ा ,
- घोटू हूँ , घोट मोट ,घोट घोट खूब पढ़ा ,
- घोटू हूँ , घोट मोट ,घोट घोट खूब पढ़ा ,
- बाद में मुस्कान का भी गला घोट दिया।
- लूँ दारू संग घोट , पोट न तुमको पाया।
- साती कंवलौ धूम घोट चौकी बैठा कंठ ।
- योजना पत्रिका के आंकड़ों को घोट रहे थे।
- योजना पत्रिका के आंकड़ों को घोट रहे थे।
- जहर-मोहरा पीस के , लूँ दारू संग घोट ।